मनीषा शर्मा। राजस्थान के श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों में किसानों के साथ बड़े पैमाने पर बीज फर्जीवाड़ा सामने आया है। प्रमाणित बीज के नाम पर कंपनियों ने किसानों को अप्रमाणित और नकली बीज बेचे। इस पूरे मामले में जहां कंपनियों की धोखाधड़ी साफ दिख रही है, वहीं निरीक्षण की जिम्मेदारी संभालने वाले अधिकारी भी सवालों के घेरे में आ गए हैं।
कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने रविवार को सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि बीज फर्जीवाड़े में कंपनियां और अधिकारी दोनों दोषी हैं। अब इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कंपनियों की हेराफेरी उजागर
मंत्री मीणा ने बताया कि निरीक्षण के दौरान बड़ी गड़बड़ी सामने आई। कंपनियों के रिकॉर्ड में जहां ग्वार की बिजाई दिखा रखी थी, वहां मक्का और गाजर जैसी अन्य फसलें मिलीं। इतना ही नहीं, जिन किसानों के खेतों में कंपनियों ने प्रमाणित बीज उत्पादन दिखाया, उन्हें इस बारे में कोई जानकारी तक नहीं थी।
उन्होंने कहा कि यह साफ करता है कि कंपनियों ने जानबूझकर किसानों को धोखा दिया। किसानों को प्रमाणित बीज का झांसा देकर अप्रमाणित बीज बेचे गए, जिससे उनकी मेहनत और आय पर सीधा असर पड़ा।
अधिकारियों पर भी गिरी गाज
कृषि मंत्री ने कहा कि प्रमाणित बीज उत्पादन के दौरान अधिकारियों को तीन बार मौके पर जाकर फसल का निरीक्षण करना होता है। लेकिन जांच में यह साफ हुआ कि अधिकारी शायद ही कभी खेतों में गए हों। अगर वे ईमानदारी से निरीक्षण करते तो यह फर्जीवाड़ा समय रहते पकड़ में आ जाता।
मीणा ने कहा कि यह मामला केवल कंपनियों की गलती तक सीमित नहीं है। जिम्मेदार अधिकारी भी अपनी ड्यूटी निभाने में विफल रहे हैं। ऐसे में अब किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
ऑर्गेनिक खेती पर भी सवाल
कृषि मंत्री ने प्राकृतिक और ऑर्गेनिक खेती पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ की भूमि बेहद उपजाऊ है, लेकिन यहां रासायनिक खाद और पेस्टीसाइड का अत्यधिक उपयोग कर इसकी सेहत खराब की जा रही है।
उन्होंने माना कि इस गड़बड़ी के लिए न केवल कंपनियां, बल्कि समाज और किसान भी जिम्मेदार हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि नकली खाद के मामलों में भी सख्त कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को बचने नहीं दिया जाएगा।
बीज माफिया के खिलाफ सख्त कदम की चेतावनी
रविवार को कृषि मंत्री ने श्रीगंगानगर की रामदेव सीड्स और धालीवाल सीड्स कंपनियों के बीज प्रदर्शन क्षेत्र का औचक निरीक्षण किया। जहां ग्वार की फसल दिखाने की बात थी, वहां मूंग और मक्का मिली। इस पर उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि बीज माफिया किसानों की मेहनत से खिलवाड़ कर रहे हैं।
मीणा ने कहा कि इस तरह की हरकतें किसानों की आय दोगुनी करने के मिशन में बाधा बन रही हैं। सरकार इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगी और दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी।


