मनीषा शर्मा। जयपुर शहर एक बार फिर पुलिस और अपराधियों की मिलीभगत के आरोपों को लेकर सुर्खियों में है। जयपुर के डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम (DST) साउथ के पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ एक सटोरिए से जबरन 25 लाख रुपये लेने का गंभीर आरोप लगा है। इस मामले में एडिशनल पुलिस कमिश्नर कुंवर राष्ट्रदीप ने पुष्टि की कि सट्टा कारोबार से जुड़े संदीप बच्यानी नामक व्यक्ति ने इसकी लिखित शिकायत पुलिस कमिश्नर को दी थी।
जानकारी के मुताबिक, सटोरिए संदीप बच्यानी ने आरोप लगाया कि DST साउथ टीम के एएसआई नानूराम, हेड कॉन्स्टेबल हरिओम और कॉन्स्टेबल ओमप्रकाश, बुधराम और राजेश चौधरी ने उसके घर आकर उसे डरा-धमकाकर जबरन 25 लाख रुपये अज्ञात व्यक्ति को दिलवाए। इस पूरी घटना के पीछे पुलिसकर्मियों का इरादा संदीप को गिरफ्तार करने की धमकी देकर उससे मोटी रकम ऐंठने का था।
संदीप ने अपनी शिकायत में बताया कि कुछ समय से एएसआई नानूराम और हेड कॉन्स्टेबल हरिओम से उसका संपर्क बना हुआ था। आरोप है कि दोनों पुलिसकर्मियों ने पहले भी उसे कई बार तंग किया और एक बार घर के बाहर बुलाकर धमकाया। जब संदीप ने उन्हें पैसे देने से इनकार किया तो उसे गिरफ्तार करने और सट्टे के पुराने मामलों में फंसाने की धमकी दी गई। इससे घबराकर संदीप ने 25 लाख रुपये दिए, लेकिन इसके बाद हिम्मत कर उसने पुलिस कमिश्नर को इसकी लिखित शिकायत के साथ सबूत भी सौंपे।
शिकायत मिलने के बाद एडिशनल पुलिस कमिश्नर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए। शिवदासपुरा थाना सीआई बृज मोहन कविया ने बताया कि सीनियर अधिकारियों के निर्देश पर पांचों पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
मामला उजागर होने के बाद DST साउथ के तीन कॉन्स्टेबल — ओमप्रकाश, बुधराम और राजेश चौधरी को सस्पेंड कर दिया गया है, जबकि एएसआई नानूराम और हेड कॉन्स्टेबल हरिओम को लाइन हाजिर किया गया है।