शोभना शर्मा। राजस्थान की सियासत इन दिनों एक बार फिर गरमा गई है। अंता विधानसभा क्षेत्र से पूर्व भाजपा विधायक कंवर लाल मीणा को लेकर सजा माफी की चर्चा ने राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। कंवर लाल मीणा को बीते दिनों तीन साल की सजा सुनाई गई थी और वे इस समय जेल में बंद हैं। लेकिन अब यह खबर सामने आई है कि उनकी सजा माफ करवाने के लिए गृह विभाग से राज्यपाल के पास प्रस्ताव भेजा जा रहा है। इसी मुद्दे पर कांग्रेस ने भाजपा पर तीखा हमला बोला है और इसे राजनीतिक दोहरेपन का उदाहरण बताया है।
टीकाराम जूली का हमला
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने गुरुवार को भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह खबर चिंताजनक है कि भाजपा अपने ही पूर्व विधायक कंवर लाल मीणा की सजा माफ करवाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि जब कंवर लाल मीणा पर 27 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं, तब ऐसे व्यक्ति की सजा माफ करना राज्य की न्याय व्यवस्था और लोकतांत्रिक मूल्यों पर आघात है।
जूली ने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार राजनीति में स्वच्छता और नैतिकता की बात करते हैं, तो फिर भाजपा ऐसे नेताओं का समर्थन करके क्या संदेश देना चाहती है? उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि क्या भाजपा का यही “स्वच्छ राजनीति” का मॉडल है कि अपराध के गंभीर मामलों में दोषी पाए गए नेताओं को बचाया जाए?
कंवर लाल मीणा पर आरोप और सजा
पूर्व विधायक कंवर लाल मीणा का राजनीतिक करियर विवादों से घिरा रहा है। 10 साल पहले हुए उप सरपंच चुनाव के दौरान उन्होंने हंगामा किया था। आरोपों के मुताबिक, चुनाव के समय उन्होंने उपचुनाव को रद्द करवाने के लिए रास्ता जाम किया और मौके पर पहुंचे एसडीएम पर पिस्टल तान दी। इस घटना ने उस समय पूरे इलाके में सनसनी फैला दी थी।
मामले की सुनवाई 10 साल तक चली और अंततः अदालत ने उन्हें दोषी पाते हुए तीन साल की सजा सुनाई। इसी सजा के चलते उनकी विधायकी भी चली गई। वर्तमान में वे जेल में अपनी सजा काट रहे हैं।
सजा माफी पर सियासी तूफान
अब चर्चा है कि भाजपा संगठन और कुछ नेता उनकी सजा माफ करवाने के लिए सक्रिय हैं। बताया जा रहा है कि गृह विभाग से राज्यपाल के पास प्रस्ताव भेजा गया है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में यह सबसे बड़ी चर्चा का विषय बना हुआ है।
कांग्रेस का कहना है कि भाजपा इस कदम से अपराध और राजनीति के गठजोड़ को बढ़ावा दे रही है। कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर सजा माफी होती है तो वे इसे जनता के बीच बड़ा मुद्दा बनाएंगे।
भाजपा की स्थिति
भाजपा इस मामले पर आधिकारिक रूप से चुप्पी साधे हुए है। हालांकि पार्टी के कुछ स्थानीय नेताओं का कहना है कि कंवर लाल मीणा का राजनीतिक योगदान क्षेत्र में अहम रहा है और उन्हें सजा माफी दिलाने की कोशिश मानवीय आधार पर हो रही है। भाजपा समर्थकों का कहना है कि यह मामला एक दशक पुराना है और इसे राजनीतिक रूप से बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है।
कांग्रेस का पलटवार
टीकाराम जूली ने भाजपा पर हमला करते हुए यह भी कहा कि जिस व्यक्ति पर 27 केस दर्ज हों, उसे बचाने का प्रयास करना भाजपा की दोहरी नीति को उजागर करता है। उन्होंने कहा कि जब आम नागरिकों पर मामूली अपराधों के लिए सख्ती दिखाई जाती है, तो नेताओं को क्यों विशेष छूट दी जानी चाहिए?
जूली ने यह भी सवाल उठाया कि अगर ऐसे मामलों में नेताओं की सजा माफ की जाती है तो फिर कानून और न्यायपालिका की साख पर गंभीर सवाल उठेंगे।
अंता विधानसभा में समीकरण
कंवर लाल मीणा अंता विधानसभा से भाजपा के प्रभावशाली नेता रहे हैं। उनकी लोकप्रियता और संगठन पर पकड़ ने उन्हें भाजपा का मजबूत चेहरा बनाया था। लेकिन उनके खिलाफ दर्ज मामलों ने हमेशा उन्हें विवादों में बनाए रखा। अब उनकी सजा माफी की चर्चा से अंता की सियासत में नया मोड़ आ गया है।


