मनीषा शर्मा। राजस्थान में कफ सिरप पीने से बच्चों की कथित मौत के मामले ने सियासत को गर्मा दिया है। पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने इस घटना को लेकर सरकार और स्वास्थ्य तंत्र पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक हादसा नहीं बल्कि सरकार की लापरवाही और तंत्र की नाकामी का नतीजा है।
खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान में घटिया दवाओं और जहरीले कफ सिरप की बिक्री पर कोई नियंत्रण नहीं है। राज्य का स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन इस पर आंख मूंदे बैठे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच नहीं कराई और दोषी अधिकारियों व कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की, तो कांग्रेस राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करेगी।
कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन: जयपुर में सड़क पर उतरे कार्यकर्ता
रविवार को जयपुर में कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरकर विरोध रैली निकाली। खाचरियावास के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता शामिल हुए। इस विरोध रैली में कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की।
खाचरियावास ने कहा कि बच्चों की जान के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जनता यह जानना चाहती है कि आखिर बाजार में जहरीला सिरप कैसे पहुंचा? इतनी बड़ी घटना के बाद भी जांच में देरी क्यों हो रही है? उन्होंने कहा कि अगर दोषियों को सजा नहीं दी गई तो कांग्रेस राज्यभर में आंदोलन करेगी।
दोषी अधिकारियों के निलंबन और लैब जांच की मांग
पूर्व मंत्री खाचरियावास ने कहा कि सभी कफ सिरप और दवाओं की लैब जांच अनिवार्य की जानी चाहिए ताकि यह स्पष्ट हो सके कि बाजार में बिक रही दवाएं सुरक्षित हैं या नहीं। उन्होंने मांग की कि जो भी अधिकारी या कर्मचारी इस मामले में जिम्मेदार हैं, उन्हें तत्काल निलंबित किया जाए।
खाचरियावास ने कहा कि राज्य की जनता अब ऐसी नाकारा और लापरवाह सरकार को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि वह जनहित के मुद्दों पर चुप है और आम लोगों की सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं है।
अमीन कागजी का बयान: “निकम्मी सरकार जनता उखाड़ फेंकेगी”
विरोध रैली के दौरान कांग्रेस विधायक अमीन कागजी ने भी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि राजस्थान की बीजेपी सरकार पिछले दो साल से कांग्रेस सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को बंद करने में लगी है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि महिलाओं और बच्चियों को मुफ्त में दिए जाने वाले सैनिटरी नैपकिन की योजना का टेंडर तक अब तक नहीं निकला है। वहीं अस्पतालों में अब मरीजों को मुफ्त दवाएं और जांच की सुविधा नहीं मिल रही है।
कागजी ने कहा कि ऐसी निकम्मी और नकारा सरकार को जनता जल्द उखाड़ फेंकेगी। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने अब भी जनहित के मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया तो कांग्रेस जनता के साथ सड़कों पर उतरकर जवाब मांगेगी।
विरोध रैली का मार्ग और प्रमुख नेता
विरोध रैली की शुरुआत प्रताप सिंह खाचरियावास के सिविल लाइंस स्थित आवास से हुई। रैली सिविल लाइंस से 22 गोदाम सर्किल होते हुए सचिवालय के पास स्थित स्वास्थ्य भवन तक पहुंची। इस दौरान बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और समर्थक मौजूद रहे।
रैली में विधायक अमीन कागजी, रफीक खान, पूर्व विधायक गंगा देवी और कांग्रेस के सांगानेर प्रत्याशी पुष्पेंद्र भारद्वाज भी शामिल हुए। हालांकि जयपुर शहर कांग्रेस अध्यक्ष आर.आर. तिवाड़ी इस विरोध में शामिल नहीं हुए, जिससे राजनीतिक हलकों में चर्चाएं तेज हो गईं।


