शोभना शर्मा। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खिलाफ बड़ा बयान दिया है। गहलोत ने भाजपा प्रवक्ता पिंटू महादेव के उस आपत्तिजनक कमेंट की कड़ी निंदा की है जिसमें उन्होंने लाइव टीवी डिबेट के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बारे में “छाती में गोली मारने” जैसी बात कही थी। गहलोत ने इसे लोकतंत्र के मूल्यों के खिलाफ बताया और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से सार्वजनिक रूप से देश से माफी मांगने की मांग की। उन्होंने कहा कि जब तक पार्टी ऐसे नेताओं पर कार्रवाई नहीं करती, तब तक यह साफ हो जाएगा कि भाजपा लोकतांत्रिक भावना में विश्वास नहीं करती।
गहलोत ने बयान को बताया खतरनाक
अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि भाजपा प्रवक्ता द्वारा दिया गया यह बयान बेहद खतरनाक है। लोकतंत्र में असहमति और बहस की जगह होती है, लेकिन किसी भी नेता या नागरिक पर गोली मारने जैसी बात का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भी गोली मारकर देश ने खोया था। अब उसी तरह का बयान राहुल गांधी के खिलाफ देना लोकतांत्रिक परंपराओं का अपमान है।
बीजेपी अध्यक्ष नड्डा की चुप्पी पर उठाए सवाल
गहलोत ने कहा कि इस पूरे मामले में सबसे चिंताजनक बात यह है कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा अब तक चुप हैं। उनके अलावा पार्टी का कोई वरिष्ठ नेता इस टिप्पणी की निंदा करने सामने नहीं आया। गहलोत ने सवाल उठाया कि क्या भाजपा ऐसे बयान का समर्थन करती है? उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष को तुरंत माफी मांगकर देशवासियों को यह विश्वास दिलाना चाहिए कि उनकी पार्टी लोकतंत्र की हत्या में नहीं, बल्कि उसकी मजबूती में विश्वास रखती है।
प्रवक्ता को पार्टी से निकालने की मांग
गहलोत ने यह भी कहा कि भाजपा को अपने प्रवक्ता को तुरंत पार्टी से निकालना चाहिए। उन्होंने कहा, “अगर ऐसे व्यक्ति को बक्शा गया तो यह साफ हो जाएगा कि भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा बदल चुका है। सत्ता में आने के लिए जो आदर्श और मूल्य गिनाए जाते थे, वे अब सिर्फ जुमले रह गए हैं।” गहलोत ने चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसे बयान केवल विपक्षी नेताओं के लिए ही नहीं, बल्कि आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए भी खतरा पैदा करते हैं। अगर देश के बड़े नेताओं को गोली मारने की बात खुले मंच पर कही जाएगी, तो आम जनता खुद को कैसे सुरक्षित महसूस करेगी?
कांग्रेस का सख्त विरोध
इस बयान को लेकर कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी नाराज़गी जताई है। पार्टी नेताओं का कहना है कि भाजपा प्रवक्ता ने न केवल राहुल गांधी, बल्कि पूरे लोकतांत्रिक ढांचे पर हमला किया है। कांग्रेस ने इस मामले में प्रवक्ता पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
राहुल गांधी के प्रति कांग्रेस का समर्थन
गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी लगातार देशभर में लोकतंत्र और जनता की आवाज़ को बुलंद कर रहे हैं। ऐसे में भाजपा प्रवक्ता का बयान न केवल उनकी आवाज को दबाने की कोशिश है, बल्कि लोकतंत्र को कमजोर करने का प्रयास भी है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पर ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करना भाजपा की बौखलाहट को दर्शाता है।
लोकतंत्र में असहमति जरूरी, हिंसा नहीं
गहलोत ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि लोकतंत्र में असहमति, आलोचना और बहस का स्वागत होना चाहिए। लेकिन जब यह असहमति हिंसा की भाषा में बदल जाती है, तो यह लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रवक्ता का यह बयान इस बात का प्रमाण है कि सत्तारूढ़ पार्टी अब विचारों की लड़ाई हार चुकी है और हिंसा की भाषा बोल रही है।


