मनीषा शर्मा। राजस्थान के कृषि मंत्री और अलवर जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने गुरुवार को अचानक अलवर जिले के उमरैण कस्बे में एक खाद-बीज की दुकान का निरीक्षण किया। यह दौरा किसानों की शिकायतों के आधार पर किया गया। किसानों का आरोप था कि दुकानदार उन्हें खाद के कट्टे खरीदने के साथ अतिरिक्त सामान खरीदने के लिए बाध्य कर रहा है। मंत्री के अचानक पहुंचने से न केवल संबंधित दुकानदार, बल्कि आसपास के अन्य व्यापारी भी सतर्क हो गए और इलाके में हड़कंप मच गया।
किसानों की शिकायत और मंत्री का निरीक्षण
किसानों ने शिकायत की थी कि योगेश खाद बीज भंडार पर दो कट्टे खाद के साथ उन्हें लगभग 950 रुपये का अतिरिक्त सामान जबरन खरीदने के लिए कहा जाता है। शिकायत मिलने के बाद कृषि मंत्री ने बिना किसी पूर्व सूचना के सीधे दुकान पर पहुंचकर दुकानदार से सवाल-जवाब शुरू कर दिए। जब मंत्री ने दुकानदार से इस प्रथा का कारण पूछा, तो दुकानदार ने अपना बचाव करते हुए कहा कि उन्हें यह सामान कंपनी की ओर से स्कीम के तहत दिया जाता है। इस पर डॉ. किरोड़ी ने तुरंत कंपनी के प्रतिनिधियों से संपर्क करने को कहा। साथ ही उन्होंने विभागीय अधिकारियों को मौके पर बुलाकर दुकान की पूरी जांच कराने के निर्देश दिए।
विभागीय जांच की शुरुआत
डॉ. किरोड़ी के निर्देश के बाद कृषि विभाग की टीम ने दुकान का निरीक्षण शुरू कर दिया। जांच टीम ने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की कि किसानों को खाद-बीज की खरीद के नाम पर ठगा न जाए और उन्हें केवल वही सामग्री दी जाए जो उन्होंने मांगी है।
दुकानदारों में हड़कंप
कृषि मंत्री के अचानक निरीक्षण की खबर इलाके में तेजी से फैल गई। आसपास के दुकानदारों के बीच यह चर्चा होने लगी कि मंत्री ने खाद-बीज की दुकान पर छापा मारा है। चूंकि यह पहला मौका नहीं है जब डॉ. किरोड़ी ने ऐसा कदम उठाया हो, इसलिए दुकानदारों में डर का माहौल देखने को मिला। इससे पहले भी मंत्री ने खाद-बीज कंपनियों और उनके भंडारों पर छापे डाले थे। उस दौरान बड़ी मात्रा में नकली खाद और बीज बरामद हुए थे। इस वजह से उनकी छवि एक सख्त और सजग मंत्री के रूप में बनी हुई है, जो किसानों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हैं।
भूगोर शिविर का निरीक्षण
उमरैण में दुकान का निरीक्षण करने के बाद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा भूगोर शहरी सेवा शिविर पहुंचे। यहां उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लिया और उपस्थित नागरिकों से बातचीत की। उन्होंने लोगों से उनकी समस्याओं को सीधे सुना और अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। शिविर में मौजूद कर्मचारियों के कार्य की सराहना करते हुए उन्होंने कुछ कर्मियों की पीठ भी थपथपाई। यह दृश्य वहां मौजूद लोगों के लिए उत्साहजनक रहा, क्योंकि मंत्री न केवल जांच कर रहे थे बल्कि अच्छे कार्य की सराहना भी कर रहे थे।
प्रताप ऑडिटोरियम में कार्यक्रम
कृषि मंत्री का यह दौरा केवल निरीक्षण तक सीमित नहीं था। वे अलवर जिले में आयोजित प्रताप ऑडिटोरियम के कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए थे। इस कार्यक्रम में योग्य अभ्यर्थियों को सरकारी नौकरियों के नियुक्ति पत्र बांटे जाने थे। इससे पहले उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि जिले में चल रही योजनाओं और कार्यक्रमों की सही मॉनिटरिंग हो रही है।


