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राव सूरजमल हाड़ा की छतरी विवाद: महारानी कल्पना देवी की सीएम को चिट्ठी

राव सूरजमल हाड़ा की छतरी विवाद: महारानी कल्पना देवी की सीएम को चिट्ठी

शोभना शर्मा। बूंदी में राव सूरजमल हाड़ा की ऐतिहासिक छतरी को तोड़े जाने का विवाद लगातार गहराता जा रहा है। यह मुद्दा अब राजनीतिक गलियारों तक पहुंच गया है, जिसमें कोटा लाडपुरा से भाजपा विधायक और पूर्व राज परिवार की महारानी कल्पना देवी ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर छतरी के पुनर्निर्माण और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इस घटना के बाद से सरकार पर लगातार दबाव बढ़ रहा है और जनता में भी भारी आक्रोश है।

महारानी कल्पना देवी की चिट्ठी

20 सितंबर को बूंदी जिले के तुलसी गांव में स्थित राव सूरजमल हाड़ा की 500 साल पुरानी छतरी को कोटा विकास प्राधिकरण ने ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के लिए भूमि अधिग्रहण करते समय ध्वस्त कर दिया था। इस घटना के बाद से पूर्व राज परिवार और समाज में रोष बढ़ गया। महारानी कल्पना देवी ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि यह छतरी हमारी समृद्ध विरासत और ऐतिहासिक धरोहर का प्रतीक थी। इसे बिना सोचे-समझे और गैर जिम्मेदार तरीके से तोड़ा गया है, जिससे समाज में भारी नाराजगी है।

कल्पना देवी ने सीएम को लिखे अपने पत्र में छतरी के पुनर्निर्माण की मांग की है। उन्होंने पुरातात्विक विशेषज्ञों की मदद से छतरी के पुनर्निर्माण का अनुरोध किया है ताकि इसकी पुरानी विरासत और कला को संरक्षित किया जा सके। साथ ही उन्होंने मांग की है कि प्रस्तावित हवाई अड्डे का नाम ‘राव श्री सूरजमल हाड़ा’ के नाम पर रखा जाए और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।

राव सूरजमल हाड़ा का ऐतिहासिक महत्व

राव सूरजमल हाड़ा (1527-1531) बूंदी के 9वें शासक थे। उनका शासनकाल वीरता और शौर्यता का प्रतीक माना जाता है। कोटा-बूंदी का राज परिवार और अन्य राजपूत समुदाय राव सूरजमल के वंशज माने जाते हैं। उनकी छतरी क्षेत्र की ऐतिहासिक धरोहरों में से एक मानी जाती है, जो स्थानीय जनता के आस्था का केंद्र रही है। इस छतरी को तोड़े जाने के बाद पूरे समाज में दुःख और नाराजगी का माहौल है।

छतरी तोड़े जाने पर बढ़ता आक्रोश

इस घटना के बाद जनता और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने प्रशासन पर सवाल उठाए हैं। लोगों का मानना है कि राव सूरजमल हाड़ा की छतरी को जानबूझकर तोड़ा गया, जिससे जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ हुआ है। इस घटना के विरोध में कई प्रदर्शन हुए हैं और प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग की जा रही है।

भाजपा नेता और कांग्रेस नेता दोनों ही इस घटना को लेकर सरकार पर हमला कर रहे हैं। कांग्रेस नेता प्रहलाद गुंजल ने इसे सरकार का षड्यंत्र बताया और कहा कि यह जनता की आस्था के साथ खिलवाड़ है। उन्होंने राव सूरजमल हाड़ा को सर्व समाज के पूजनीय बताया और इस मामले में सरकार को घेरते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

लोक आस्था का सम्मान और पुनर्निर्माण की मांग

महारानी कल्पना देवी ने अपने पत्र में सीएम से इस मामले को गंभीरता से लेने और तुरंत कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने छतरी के पुनर्निर्माण की मांग करते हुए कहा है कि पुरातात्विक विशेषज्ञों की मदद से छतरी को पुराने शिलालेखों और प्राचीन कला का संरक्षण करते हुए पुनः निर्मित किया जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने प्रस्तावित हवाई अड्डे का नाम ‘राव श्री सूरजमल हाड़ा’ के नाम पर रखने की मांग की, ताकि इस ऐतिहासिक शख्सियत को सम्मान मिल सके।

उन्होंने लिखा, “यह घटना राजस्थान की समृद्ध संस्कृति और ऐतिहासिक धरोहर के प्रति उदासीनता का प्रतीक है। हमें ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं से सीख लेते हुए एक ठोस नीति बनानी चाहिए, जो राजस्थान की ऐतिहासिक धरोहरों को संरक्षित करने पर केंद्रित हो।”

सरकार पर बढ़ता दबाव

इस विवाद के बाद से सरकार पर लगातार दबाव बढ़ता जा रहा है। जनता में इस बात को लेकर आक्रोश है कि कैसे एक ऐतिहासिक धरोहर को इतनी लापरवाही से तोड़ा जा सकता है। अब यह मामला सिर्फ एक स्थानीय घटना तक सीमित नहीं रहा, बल्कि राज्य के बड़े राजनीतिक और सामाजिक मुद्दे में तब्दील हो गया है।

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