मनीषा शर्मा। राजस्थान सरकार ने मधुमक्खी पालन उत्कृष्टता केंद्र को टोंक से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले भरतपुर शिफ्ट करने की तैयारी कर ली है। 721 लाख रुपये के इस प्रोजेक्ट को शिफ्टिंग एजेंडे में शामिल किया गया है। इससे टोंक के लोग इस सुविधा से वंचित हो जाएंगे और युवाओं को रोजगार के लिए भरतपुर जाना पड़ेगा।
पूर्व डिप्टी CM और टोंक विधायक सचिन पायलट तथा सांसद हरीश चंद्र मीना ने इस कदम का कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस केंद्र को टोंक में ही रखने की मांग की है और चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने टोंक के साथ भेदभाव किया तो वे सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे।
पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान अशोक गहलोत ने टोंक में मधुमक्खी पालन उत्कृष्टता केंद्र की घोषणा की थी। इसके लिए 2023-24 के लिए 200 लाख रुपये स्वीकृत किए गए थे, जिसमें से 75 लाख रुपये की प्रथम किस्त का आवंटन भी किया जा चुका है। इस केंद्र का संचालन वर्तमान में देवड़ावास में किया जा रहा है।
मधुमक्खी पालन उत्कृष्टता केंद्र प्रभारी फतेह लाल माली ने बताया कि उन्हें अभी तक इस शिफ्टिंग के संबंध में कोई आधिकारिक पत्र नहीं मिला है। हालांकि, शिफ्टिंग की बातें सुनने में आ रही हैं।
13 जून को जयपुर में आयोजित 21वीं SLSC (आरकेवीवाई) की मीटिंग में मधुमक्खी पालन उत्कृष्टता केंद्र को टोंक से भरतपुर शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया है। इसकी आगे की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है।