शोभना शर्मा। राजस्थान में इन दिनों मौसम शुष्क और साफ बना हुआ है, लेकिन अब जल्द ही इसमें बदलाव देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग जयपुर केंद्र के अनुसार, अरब सागर की खाड़ी में एक अवदाब (Depression) और दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र (Low Pressure Area) सक्रिय हो गया है। इन दोनों तंत्रों के साथ ही 26 से 27 अक्टूबर के दौरान एक नया पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) उत्तर-पश्चिमी भारत के ऊपर सक्रिय होने की संभावना है। इन तीनों मौसमीय तंत्रों के संयुक्त प्रभाव से राज्य के दक्षिण-पूर्वी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश और मेघगर्जन की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं।
26 से 28 अक्टूबर तक बरस सकते हैं बादल
मौसम केंद्र जयपुर के पूर्वानुमान के अनुसार, 26 से 28 अक्टूबर के बीच उदयपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, कोटा, बारां और झालावाड़ जिलों में बारिश की संभावना है। इन जिलों में 27 और 28 अक्टूबर को मेघगर्जन के साथ मध्यम वर्षा और आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है। विभाग के अनुसार, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आने के कारण दक्षिण राजस्थान के कई हिस्सों में बादल छाने लगेंगे। इस दौरान कुछ स्थानों पर तेज हवाएं चल सकती हैं और दिन के तापमान में मामूली गिरावट दर्ज होगी।
पश्चिमी विक्षोभ करेगा अहम भूमिका
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत की ओर बढ़ रहा है, जो 26 अक्टूबर तक जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में सक्रिय होगा। इसके प्रभाव से राजस्थान के उत्तर-पश्चिमी इलाकों में हल्की ठंडी हवाओं का असर शुरू हो सकता है, जबकि दक्षिण और दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में बारिश की स्थितियां बनेंगी। इस सिस्टम के गुजरने के बाद प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में रात के तापमान में गिरावट और सुबह के समय हल्की ठंडक महसूस की जा सकती है।
किसानों और आमजन को सावधानी बरतने की सलाह
मौसम विभाग ने किसानों और आम जनता से अपील की है कि वे अगले तीन दिनों के दौरान मौसम में संभावित बदलाव को ध्यान में रखें। कृषि कार्य जैसे — फसल की कटाई, बीजाई या खाद डालने के दौरान मौसम की स्थिति पर नजर रखें। जहां मेघगर्जन और बिजली गिरने की संभावना है, वहां खुले स्थानों पर काम करने से बचें और सुरक्षित स्थानों पर आश्रय लें। विभाग ने यह भी कहा है कि बिजली गिरने की घटनाओं से बचने के लिए मोबाइल, पेड़ या बिजली के खंभों के नीचे खड़े होने से परहेज करें।
राज्य के अन्य इलाकों में रहेगा शुष्क मौसम
मौसम विभाग के अनुसार, जयपुर, अजमेर, बीकानेर, जोधपुर, चूरू, सीकर, झुंझुनूं और नागौर जिलों में फिलहाल शुष्क मौसम बना रहेगा। इन इलाकों में दिन का अधिकतम तापमान 33 से 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 18 से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच बने रहने की संभावना है। राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों में हवा का रुख उत्तर-पश्चिमी बना रहेगा, जिससे नमी का प्रभाव कम रहेगा और मौसम सामान्य रहेगा।
नवंबर की शुरुआत में ठंड बढ़ने के संकेत
मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि अक्टूबर के अंत और नवंबर की शुरुआत में राजस्थान में रात के तापमान में धीरे-धीरे गिरावट शुरू हो जाएगी। उदयपुर, माउंट आबू और चित्तौड़गढ़ जैसे पहाड़ी और दक्षिणी क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस के आसपास जा सकता है। वहीं, जयपुर और आसपास के इलाकों में भी सुबह-शाम की हल्की ठंडक महसूस होने लगेगी, जो नवंबर के पहले सप्ताह तक और बढ़ जाएगी।
राजस्थान में जहां फिलहाल शुष्क और सामान्य मौसम बना हुआ है, वहीं 26 से 28 अक्टूबर के बीच दक्षिण-पूर्वी हिस्सों में मेघगर्जन और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। अरब सागर, बंगाल की खाड़ी और पश्चिमी विक्षोभ के संयुक्त प्रभाव से यह बदलाव देखने को मिलेगा। राजस्थान के किसानों और आम नागरिकों के लिए आने वाले तीन दिन मौसम के लिहाज से महत्वपूर्ण रहेंगे।


