मनीषा शर्मा। राजस्थान के पाली जिले में स्थित ऐतिहासिक और हरे-भरे पर्यटन स्थल रणकपुर में शनिवार को बड़ा राजनीतिक जमावड़ा होने जा रहा है। यहां सिक्किम के राज्यपाल ओमप्रकाश माथुर की पौत्री कोमल के विवाह समारोह में देश के कई दिग्गज नेता, राज्यपाल और मुख्यमंत्री शामिल होंगे। इस कार्यक्रम के चलते जिले में सुरक्षा व्यवस्था को बेहद मजबूत किया गया है।
इस हाई-प्रोफाइल शादी में देश के उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचेंगे। वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, आसाम और मिजोरम समेत दस से अधिक राज्यों के राज्यपाल और कई वरिष्ठ मंत्री भी इस समारोह में उपस्थित रहेंगे। सिक्किम के मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के अन्य सदस्य भी विवाह में शामिल होने पहुंचेंगे।
VIP अतिथियों का आगमन शेड्यूल
कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत शुक्रवार को ही रणकपुर जैन मंदिर में दर्शन कर चुके हैं। दूसरी ओर, उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन शनिवार सुबह 9:40 बजे जोधपुर एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे। यहां से वे हेलीकॉप्टर द्वारा प्रस्थान कर सुबह लगभग 10:20 बजे सादड़ी हैलीपैड पर उतरेंगे।
अतिथियों की विशेष सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने कई विशेष इंतजाम किए हैं।
कड़ी सुरक्षा और व्यवस्थाएं
पाली जिला प्रशासन ने कार्यक्रम के मद्देनज़र रणकपुर-सादड़ी क्षेत्र में सुरक्षा को पुख्ता कर दिया है।
जिला कलक्टर एल.एन. मंत्री के अनुसार—
पांच हैलिपैड तैयार किए गए हैं
हर हैलिपैड पर फायर बिग्रेड और मेडिकल टीम तैनात
वीवीआईपी मूवमेंट के लिए कंटीजेंसी कारकेड की व्यवस्था
कार्यक्रम स्थल पर मैडीकल सपोर्ट और एम्बुलेंस की तैनाती
सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे इलाके में बैरिकेडिंग करवाई है और नियमित गश्त बढ़ा दी गई है।
ड्रोन पर पूर्ण प्रतिबंध
उच्च सुरक्षा जोखिमों को ध्यान में रखते हुए जिला मजिस्ट्रेट की ओर से विशेष आदेश जारी किया गया है। इसके तहत सादड़ी और देसूरी के लाल बाग-रणकपुर रोड क्षेत्र के 10 किलोमीटर दायरे में 23 नवंबर तक ड्रोन उड़ाने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा।
यह निर्णय वीवीआईपी सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए लिया गया है।
पर्यटन स्थल में उत्साह का माहौल
रणकपुर जैन मंदिर और आसपास का क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्ता के कारण पहले से ही आकर्षण का केंद्र रहा है। ऐसे में बड़े राजनीतिक नेताओं और गणमान्यों की मौजूदगी से यह क्षेत्र एक बार फिर सुर्खियों में है।


