मनीषा शर्मा। आज स्वैच्छिक रक्तदान दिवस के अवसर पर आमजन को यह संदेश दिया जा रहा है कि वे अपने जन्मदिन, शादी की सालगिरह या पूर्वजों की पुण्यतिथि पर रक्तदान करें। यह एक महान कार्य है, जिससे कई लोगों की जान बचाई जा सकती है। एक यूनिट रक्त से चार लोगों की जान बचाई जा सकती है क्योंकि एक यूनिट रक्त को रेड ब्लड सेल, व्हाइट ब्लड सेल और प्लाज्मा में विभाजित किया जाता है।
रक्तदान एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए सुरक्षित है, और तीन महीने में एक बार रक्तदान किया जा सकता है। रक्तदान के इस शुभ अवसर पर भास्कर की अपील है कि अपने खास दिनों को यादगार बनाने के लिए रक्तदान करें और बीमार लोगों को जीवनदान दें।
प्रेरणादायक पहल:
रक्तदान को प्रोत्साहित करने के लिए 2022 में आयोजित “रक्तदान अमृत महोत्सव” में पूरे देशभर से ढाई लाख लोगों ने रक्तदान किया था। राजस्थान में 698 शिविरों के माध्यम से 32,518 यूनिट रक्त एकत्र किया गया, जिससे राज्य देश में टॉप-5 में शामिल हुआ। इस अभियान में मध्यप्रदेश पहले, राजस्थान दूसरे, महाराष्ट्र तीसरे, गुजरात चौथे और कर्नाटक पांचवें स्थान पर रहा।
ब्लड कलेक्शन में गिरावट:
भले ही सरकार कई प्रयास कर रही हो, ब्लड कलेक्शन और रक्तदान शिविरों की संख्या में गिरावट देखी जा रही है। ऐसे में युवाओं के साथ-साथ स्वस्थ युवतियों को भी रक्तदान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। विशेषज्ञों का कहना है कि एक ऐसा सॉफ्टवेयर विकसित किया जाना चाहिए जिससे न केवल रक्त कलेक्शन और शिविर की मॉनिटरिंग की जा सके, बल्कि उसकी रिपोर्टिंग भी हो सके।
राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम:
इस साल, जयपुर में स्वैच्छिक रक्तदान दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम मालवीय नगर स्थित अणुविभा केंद्र में केंद्र सरकार और अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद द्वारा आयोजित किया जाएगा। इसमें केंद्र और राज्य सरकारों के मंत्री और अधिकारी के साथ-साथ देशभर के नोडल अधिकारी भी भाग लेंगे।
इस कार्यक्रम में रक्तदान के क्षेत्र में आ रही चुनौतियों और उनके समाधानों पर गहन चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही, रक्तदान से जुड़े 500 से अधिक उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, जो रक्तदान के महत्व और इसकी प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्रदान करेगी। इस अवसर पर पिछले साल सर्वाधिक रक्तदान करने वालों को सम्मानित किया जाएगा।
स्वैच्छिक रक्तदान न केवल सामाजिक उत्तरदायित्व का एक हिस्सा है, बल्कि यह एक महत्वपूर्ण पहल है जो कई लोगों को जीवन दे सकती है। आप अपने खास दिन जैसे जन्मदिन, शादी की सालगिरह या पूर्वजों की पुण्यतिथि पर रक्तदान कर सकते हैं, जिससे न केवल आप किसी की जान बचा सकते हैं बल्कि समाज में सकारात्मक योगदान भी दे सकते हैं।