मनीषा शर्मा, अजमेर। मंगलवार को अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद कुमार ने अजमेर रेंज का दौरा किया और अपराध नियंत्रण व पुलिस की कार्यप्रणाली की समीक्षा के लिए एक अहम बैठक की। बैठक में उन्होंने बताया कि अजमेर रेंज में पिछले साल की तुलना में इस साल अपराध दर में 10% की कमी आई है। इस दौरान उन्होंने कहा, “हम जनता के लिए काम कर रहे हैं, और जनता को यह पता होना चाहिए कि उनकी सुरक्षा के लिए पुलिस क्या कदम उठा रही है। “ उन्होंने पुलिस गश्त अधिकारियों की जानकारी और उनकी लोकेशन सोशल मीडिया और अन्य मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा करने के निर्देश दिए।
महिला और SC-ST अत्याचार में कमी
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि महिला अत्याचार और अनुसूचित जाति-जनजाति के खिलाफ अपराधों में भी कमी दर्ज की गई है। यह पुलिस और प्रशासन के ठोस प्रयासों का नतीजा है। गुमशुदगी और अपहरण के मामलों में भी तेजी से कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।
गश्त व्यवस्था पर विशेष जोर
आनंद कुमार ने पुलिस की गश्त व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में गश्त करने वाले अधिकारियों की जानकारी जैसे उनकी लोकेशन और संपर्क नंबर सोशल मीडिया पर साझा किए जाएं। इससे आम जनता को यह पता चल सकेगा कि उनकी सुरक्षा के लिए कौन से अधिकारी तैनात हैं।
सीसीटीवी मॉनिटरिंग और तकनीकी सुधार
अभय कमांड सेंटर के जरिए संचालित सीसीटीवी कैमरों की नियमित जांच के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी कैमरा लंबे समय तक खराब नहीं रहना चाहिए। दुर्घटनाओं की रात में मॉनिटरिंग के लिए सीसीटीवी का सही तरीके से उपयोग किया जाए।
साइबर क्राइम पर सख्ती
साइबर क्राइम के बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि सरकार और पुलिस लगातार इस दिशा में जागरूकता अभियान चला रही है। आने वाले समय में साइबर अपराधों में और कमी लाने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे।
जेल से संचालित अपराधों पर सख्ती
बैठक में जेलों से बढ़ रहे अपराधों पर भी चर्चा की गई। आनंद कुमार ने कहा कि अपराधियों की मिलीभगत से होने वाले अपराधों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, “अगर सुरक्षा के लिए जिम्मेदार व्यक्ति अपराधियों का साथ देगा, तो यह अस्वीकार्य है।” जेलों में मोबाइल फोन की घुसपैठ रोकने के लिए नए संसाधनों को जल्द से जल्द लागू किया जाएगा।
पुलिस पर अपराध की स्थिति चिंताजनक
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने पुलिस पर हो रहे अपराधों को गंभीरता से लिया। उन्होंने कहा कि पुलिस को ऐसी घटनाओं पर ध्यान देना चाहिए और अपनी सुरक्षा के साथ-साथ आम जनता की सुरक्षा पर भी ध्यान देना होगा।
जनता के लिए पुलिस की पारदर्शिता जरूरी
बैठक में आनंद कुमार ने कहा कि जनता को यह जानना आवश्यक है कि पुलिस उनके लिए कितनी तत्पर है। पारदर्शिता बढ़ाने के लिए गश्त अधिकारियों की जानकारी साझा करने और शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करने पर जोर दिया गया।