latest-newsबारांराजनीतिराजस्थान

निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा का वीडियो वायरल, युवक को दी भद्दी गालियां

निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा का वीडियो वायरल, युवक को दी भद्दी गालियां

शोभना शर्मा।   बारां जिले में होने वाले अंता विधानसभा उपचुनाव 2025 में सियासी पारा लगातार चढ़ता जा रहा है। प्रचार अभियान के बीच अब एक विवादित वीडियो ने चुनावी माहौल को और गरमा दिया है। निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे एक युवक के साथ अपशब्दों और भद्दी गालियों का प्रयोग करते हुए नजर आ रहे हैं। यह वीडियो खान की झोपड़ियां गांव का बताया जा रहा है, जहां नरेश मीणा चुनाव प्रचार के दौरान ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान एक युवक द्वारा पूछे गए सवाल पर वे अचानक भड़क गए और उसे गालियां देने लगे।

वीडियो में दिखा विवादित व्यवहार

वायरल वीडियो में नरेश मीणा मंदिर की चौखट पर खड़े होकर लोगों को संबोधित कर रहे हैं। इसी दौरान एक ग्रामीण ने बीच में सवाल पूछ लिया। इस पर मीणा नाराज हो गए और जोर से चिल्लाते हुए बोले — “दारू पी रखी है इस चोर ने, मैं बोल रहा हूं तेरा बाप है जो प्रमोद जैन भाया, उसे पूछ…”
इसके बाद उन्होंने युवक के मुंह में जबरदस्ती माइक थमा दिया और भरे मंच से उसे अपशब्द कहे। वीडियो में मीणा का यह व्यवहार देखकर वहां मौजूद लोग असहज हो गए और कई लोगों ने दूरी बना ली। हालांकि, इस वायरल वीडियो की मीडिया द्वारा स्वतंत्र पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन इसके प्रसार के बाद से यह सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है।

मतदाताओं के बीच छवि पर पड़ सकता है असर

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह का व्यवहार किसी भी उम्मीदवार की छवि को नुकसान पहुंचा सकता है। अंता विधानसभा क्षेत्र में जहां मीणा समुदाय की आबादी प्रभावी मानी जाती है, वहीं युवाओं और ग्रामीण वोटरों के बीच यह वीडियो नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। स्थानीय स्तर पर कई मतदाताओं का कहना है कि “नेताओं को जनता के सवालों का जवाब संयम से देना चाहिए, गुस्से में आकर अपशब्द कहना लोकतांत्रिक मर्यादाओं के खिलाफ है।” वहीं, कुछ समर्थकों का यह तर्क है कि नरेश मीणा को जानबूझकर उकसाया गया ताकि चुनावी माहौल में विवाद खड़ा किया जा सके।

खान की झोपड़ियां गांव पहले भी रहा है विवादों में

जिस खान की झोपड़ियां गांव में यह घटना हुई, वह पहले भी कई राजनीतिक विवादों के कारण सुर्खियों में रह चुका है। यह इलाका अंता विधानसभा क्षेत्र का राजनीतिक दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है, जहां परंपरागत रूप से बड़े नेताओं के बीच प्रतिस्पर्धा रहती है। इस गांव में हर चुनाव में जातिगत समीकरणों और स्थानीय मुद्दों का गहरा असर रहता है। ऐसे में किसी प्रत्याशी द्वारा सार्वजनिक मंच पर इस तरह की टिप्पणी वोटिंग पैटर्न को प्रभावित कर सकती है।

विपक्ष और अन्य प्रत्याशियों ने साधा निशाना

वायरल वीडियो सामने आने के बाद अंता उपचुनाव में चुनावी बयानबाजी और तेज हो गई है। विपक्षी प्रत्याशियों ने नरेश मीणा के इस व्यवहार को लेकर उन्हें “अहंकारी और असंवेदनशील” बताया है। कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों के स्थानीय नेताओं ने इसे “लोकतंत्र के अपमान” के रूप में पेश करते हुए निर्वाचन आयोग से कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस प्रत्याशी के एक प्रवक्ता ने कहा — “जनता से वोट मांगने आए व्यक्ति को अगर जनता सवाल नहीं पूछ सकती, तो फिर लोकतंत्र का क्या मतलब रह जाता है?” वहीं, भाजपा समर्थकों ने सोशल मीडिया पर लिखा कि “यह वीडियो बताता है कि कुछ उम्मीदवार सत्ता की चाह में मर्यादाएं भूल चुके हैं।”

सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रिया

वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं भी तेजी से आने लगीं। कुछ उपयोगकर्ताओं ने मीणा के रवैये की आलोचना की और कहा कि जनता के सवालों से भागने वाले नेता लोकतंत्र की भावना को कमजोर करते हैं। दूसरी ओर, कुछ लोगों ने लिखा कि “वीडियो को आधा-अधूरा दिखाया जा रहा है, पूरी घटना समझे बिना किसी पर निर्णय नहीं देना चाहिए।” ट्विटर (X), फेसबुक और व्हाट्सऐप ग्रुप्स पर यह वीडियो लगातार शेयर हो रहा है, जिससे चुनावी माहौल और गर्म हो गया है। कई स्थानीय पेजों ने इस मुद्दे पर लाइव डिबेट भी आयोजित की, जिसमें लोगों ने नरेश मीणा से जवाब देने की मांग की।

चुनाव आयोग की निगरानी में आई घटना

अंता उपचुनाव को लेकर पहले से ही निर्वाचन आयोग ने आचार संहिता लागू कर रखी है। सूत्रों के अनुसार, आयोग की स्थानीय टीम ने वायरल वीडियो की फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। अगर यह साबित होता है कि प्रचार के दौरान अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया है, तो यह आचार संहिता उल्लंघन की श्रेणी में आ सकता है। अंता उपचुनाव में प्रमुख मुकाबला भाजपा, कांग्रेस और निर्दलीय प्रत्याशियों के बीच माना जा रहा है। ऐसे में नरेश मीणा जैसे स्वतंत्र उम्मीदवार के लिए इस तरह का विवाद उनकी चुनावी संभावनाओं पर सीधा असर डाल सकता है

अंता सीट पर सियासी सरगर्मी और बढ़ी

अंता विधानसभा सीट पर 11 नवंबर 2025 को मतदान होना है। इस उपचुनाव में मुख्य मुकाबला कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया, भाजपा के सत्येंद्र सिंह, और निर्दलीय नरेश मीणा के बीच माना जा रहा है। नरेश मीणा ने पिछली बार भी निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा था और उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया था, जिसके चलते इस बार वे आत्मविश्वास में नजर आ रहे हैं।
हालांकि, यह वीडियो उनके लिए चुनावी नुकसान का कारण बन सकता है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि “वोटिंग से कुछ दिन पहले इस तरह के विवादों का असर आमतौर पर मतदाताओं के मूड पर पड़ता है, खासकर तब जब उम्मीदवार पहले से चर्चा में हों।”

post bottom ad

Discover more from MTTV INDIA

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading