मनीषा शर्मा। देश की राजनीति इस समय उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर गर्म है। पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अप्रत्याशित इस्तीफे के बाद यह पद खाली हुआ था और अब 50 दिन बाद देश को नया उपराष्ट्रपति मिलने जा रहा है। इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने न केवल INDIA गठबंधन की जीत का दावा किया बल्कि जगदीप धनखड़ की रहस्यमयी चुप्पी और सार्वजनिक मंचों से उनकी अनुपस्थिति पर भी सवाल खड़े किए।
पायलट का सवाल – “धनखड़ साहब कहां हैं?”
रायपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान सचिन पायलट ने कहा कि यह बहुत अजीब स्थिति है कि पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ अचानक इस्तीफा देकर गायब हो गए हैं। उन्होंने कहा—
“धनखड़ साहब कहां हैं, किसी को मालूम नहीं। उनका कोई बयान नहीं आया, वो दिखाई भी नहीं दिए। जो पर्दा डाला गया है वो बहुत चौंकाने वाला है। उन्होंने हमेशा हर मुद्दे पर अपनी बात रखी है, लेकिन अब क्या कारण है कि वह चुप हो गए और गायब हो गए? सच्चाई सामने नहीं आ पाई।”
पायलट ने धनखड़ की अनुपस्थिति को “रहस्यमयी स्थिति” बताया और कहा कि जनता भी इस सवाल का जवाब चाहती है कि आखिर ऐसा क्यों हुआ।
INDIA गठबंधन की जीत पर भरोसा
पायलट ने उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर INDIA गठबंधन की जीत का दावा किया। उन्होंने कहा कि मतदान की प्रक्रिया जारी है और संभावना है कि शाम तक नतीजे सामने आ जाएंगे। पायलट ने कहा—
“हमें पूरी उम्मीद है कि इस बार INDIA गठबंधन का उम्मीदवार ही विजयी होगा। विपक्ष ने मजबूत रणनीति के साथ चुनाव लड़ा है और हमारे पक्ष में समर्थन भी काफी मजबूत है।”
उन्होंने आगे कहा कि यह चुनाव सिर्फ उपराष्ट्रपति चुनने का नहीं, बल्कि विपक्ष की एकजुटता और ताकत दिखाने का भी अवसर है।
चुनावी समीकरण और उम्मीदवार
इस बार के उपराष्ट्रपति चुनाव में मुकाबला सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और विपक्षी INDIA गठबंधन के बीच है।
NDA ने अपने उम्मीदवार के रूप में महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को मैदान में उतारा है।
वहीं, INDIA गठबंधन ने सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त जस्टिस सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार बनाया है।
दोनों पक्षों ने इस चुनाव को प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है और मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए पूरी तैयारी की है।
जगदीप धनखड़ का अचानक इस्तीफा
इस चुनाव की सबसे बड़ी पृष्ठभूमि पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का अचानक इस्तीफा है। उन्होंने 21 जुलाई को इस पद से इस्तीफा दे दिया था। लेकिन इस्तीफे का कारण स्पष्ट रूप से सार्वजनिक नहीं किया गया। तभी से राजनीतिक हलकों में अटकलें तेज हो गई थीं। अब जब उपराष्ट्रपति का चुनाव हो रहा है और धनखड़ सार्वजनिक रूप से दिखाई नहीं दे रहे, तो यह सवाल और गहराता जा रहा है कि आखिर उनकी चुप्पी का राज क्या है।
विपक्ष की रणनीति और सरकार पर निशाना
सचिन पायलट ने अपने बयान में परोक्ष रूप से केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जनता को जवाब मिलना चाहिए कि आखिर इतनी महत्वपूर्ण constitutional post से जुड़े व्यक्ति अचानक कैसे गायब हो सकते हैं। विपक्ष ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति बनाई है।