मनीषा शर्मा। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शनिवार को नागौर जिले के खरनाल में वीर तेजाजी महाराज के दर्शन किए। इस दौरान उन्होंने आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल पर नाम लिए बिना निशाना साधा। राजे ने खींवसर के विधायक रेवंतराम डांगा की सराहना करते हुए कहा कि लंबे समय बाद क्षेत्र को एक ऐसा व्यक्ति मिला है, जो मेहनत और ईमानदारी से जनता की मदद करने के लिए तत्पर रहेगा।
मंदिर निर्माण की देरी पर जताई नाराजगी
खरनाल में तेजाजी महाराज के दर्शन के बाद वसुंधरा राजे ने मंदिर निर्माण की धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने खींवसर विधायक रेवंतराम डांगा को निर्देश दिए कि उनके कार्यकाल में मंदिर का निर्माण कार्य पूरा होना चाहिए। राजे ने कहा, “मैं 2003 में यहां आई थी, तब यहां कुछ नहीं था। अब जब मंदिर निर्माण शुरू हुआ है, तो इसे भव्य रूप दिया जाना चाहिए। इतने वर्षों की देरी तेजाजी महाराज की कहानी के उतार-चढ़ाव को दर्शाती है, लेकिन अब सब मिलकर इसे पूरा करेंगे।”
तेजाजी महाराज के बलिदान को किया याद
अपने संबोधन में वसुंधरा राजे ने तेजाजी महाराज के बलिदान और उनके आदर्शों को स्मरण किया। उन्होंने कहा कि तेजाजी महाराज केवल वीरता के प्रतीक नहीं हैं, बल्कि उनकी प्रेरणा से हम अपने समाज को एकजुट रखने का संदेश ले सकते हैं। राजे ने कहा, “यह भगवान का आशीर्वाद है कि इतने वर्षों के बाद यहां विधायक बने हैं। यह हमारे लिए एक नई शुरुआत का संकेत है।”
हनुमान बेनीवाल पर साधा निशाना
अपने भाषण के दौरान राजे ने हनुमान बेनीवाल का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधते हुए कहा कि नागौर की जनता को लंबे समय बाद एक मेहनती और समर्पित विधायक मिला है। राजे का यह बयान बेनीवाल के नेतृत्व और उनके कार्यों पर परोक्ष रूप से सवाल खड़ा करता है।
श्रद्धांजलि देने भी पहुंचीं
तेजाजी महाराज के दर्शन के बाद वसुंधरा राजे मकराना के पूर्व विधायक श्रीराम भींचर की पत्नी भंवरी देवी के निधन पर उनके पैतृक गांव बोरावड़ भी पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने शोक संतप्त परिवार से मिलकर संवेदना व्यक्त की।