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पीएम को भेंट की गई महाराणा प्रताप की वीरगाथा दर्शाने वाली अनोखी तलवार

पीएम को भेंट की गई महाराणा प्रताप की वीरगाथा दर्शाने वाली अनोखी तलवार

मनीषा शर्मा। जयपुर में आयोजित ‘राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2024’ ने राजस्थान की सांस्कृतिक और आर्थिक धरोहर को विश्वभर के सामने प्रस्तुत किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस समिट का उद्घाटन किया, जो निवेश और उद्यमिता के नए अवसरों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी। इस कार्यक्रम में अमेरिका, जापान, कोरिया जैसे देशों के प्रतिनिधिमंडल और 5,000 से अधिक व्यापारी, उद्योगपति, और निवेशक शामिल हुए।

समिट का मुख्य आकर्षण वह अनोखी तलवार रही, जिसे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रधानमंत्री मोदी को भेंट किया। यह तलवार चंदन की लकड़ी से बनी थी और इस पर महाराणा प्रताप के शौर्य और पराक्रम की गाथाओं को उकेरा गया था। इस अनमोल कलाकृति को चूरू जिले के प्रसिद्ध शिल्पकार विनोद जांगिड़ ने तैयार किया। तलवार पर की गई नक्काशी महाराणा प्रताप के युद्ध कौशल, उनकी वीरता और उनकी गौरवशाली गाथा को जीवंत करती है।

तलवार को बड़े ध्यान से देखने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी उत्कृष्टता की प्रशंसा की। उन्होंने बताया कि इस तरह की कलाकृतियां राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत और कला को दुनिया के सामने लाती हैं। उन्होंने विनोद जांगिड़ और उनके परिवार की कड़ी मेहनत और हुनर की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के प्रयास हमारे देश की कला और शिल्प को नई ऊंचाईयों तक पहुंचाने में सहायक होते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर राजस्थान के निवेश के अवसरों को भी उजागर किया। उन्होंने राज्य की उद्यमशीलता और उसके लोगों की मेहनत की तारीफ की। मोदी ने कहा कि राजस्थान की ऐतिहासिक धरोहर, समृद्ध संस्कृति, और कुशल कारीगर विश्वभर में अपनी छाप छोड़ रहे हैं।

राइजिंग राजस्थान समिट का आयोजन जेसीसी सेंटर, जयपुर में किया गया था। इस समिट ने न केवल व्यापार और निवेश के लिए नए रास्ते खोले, बल्कि राजस्थान की कला और संस्कृति को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत किया। चंदन की लकड़ी से बनी तलवार ने, जिस पर महाराणा प्रताप की वीरगाथा को दर्शाया गया था, समिट को एक अनोखा और यादगार स्वरूप दिया।

प्रधानमंत्री मोदी ने तलवार के माध्यम से राजस्थान की समृद्ध विरासत को सराहा। उन्होंने कहा कि यह तलवार न केवल महाराणा प्रताप के पराक्रम की याद दिलाती है, बल्कि राजस्थान की कला और शिल्पकारों की अद्वितीय प्रतिभा को भी दर्शाती है। यह समिट राजस्थान की कला, संस्कृति, और आर्थिक विकास के क्षेत्र में एक नई शुरुआत का प्रतीक बनी।

चूरू के विनोद जांगिड़ ने अपनी कला से जो चमत्कार किया है, वह न केवल राजस्थान, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। उनकी बारीक नक्काशी ने महाराणा प्रताप के गौरवशाली इतिहास को फिर से जीवंत किया। इस तलवार ने न केवल राइजिंग राजस्थान समिट को विशेष बनाया, बल्कि आने वाले समय में भी यह राज्य की कला और संस्कृति का प्रतीक बनी रहेगी।

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