मनीषा शर्मा। केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने राहुल गांधी के हालिया बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस से कहा है कि अगर उन्हें विरोध करना है तो राहुल गांधी का करना चाहिए। बिट्टू ने जयपुर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राहुल गांधी माइनॉरिटी समुदाय को टारगेट करके जिस प्रकार की बातें कर रहे हैं, उस पर स्पष्टता लानी चाहिए।
बिट्टू ने यह भी कहा कि पंजाब और सिख समुदाय की बात करते समय कांग्रेस को राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता से ऊपर उठकर सोचना चाहिए। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, “क्या आपको एक भी सिख मिला, जिसने कहा हो कि उसे एयरपोर्ट पर कड़ा उतारने के लिए कहा गया हो या पगड़ी बांधने से रोका गया हो?” उनके इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि वे राहुल गांधी के बयानों को अनुचित मानते हैं।
राहुल गांधी की आलोचना
बिट्टू ने कहा कि सिखों को गुरुद्वारे जाने से रोकने का कोई उदाहरण नहीं है। उन्होंने कहा, “जयपुर में कई गुरुद्वारे हैं। क्या कोई सिख ऐसा कह सकता है कि उसे गुरुद्वारे नहीं जाने दिया गया? राहुल गांधी तो खुद दरबार साहब गुरुद्वारे जाते हैं, तो कौन उन्हें रोकता है?” उनका यह बयान राहुल गांधी के माइनॉरिटी समुदाय के प्रति कथित संवेदनशीलता पर सवाल उठाता है।
इसके अलावा, बिट्टू ने कहा कि यह सिर्फ एक राजनीतिक पार्टी का मामला नहीं है, बल्कि यह सिख समुदाय और उनकी संस्कृति का प्रश्न है। उन्होंने राहुल गांधी से पूछा, “किसने हमें कड़ा पहनने से या पगड़ी बांधने से रोका है?” यह सवाल कांग्रेस की नीयत पर भी निशाना साधता है।
राहुल गांधी को आतंकवादी कहने का बयान
रवनीत बिट्टू ने पहले राहुल गांधी को “आतंकी नंबर एक” बताते हुए विवाद खड़ा किया था। उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी हिंदुस्तानी नहीं हैं और उन्होंने अपने जीवन का बड़ा हिस्सा विदेशों में बिताया है। बिट्टू का यह भी आरोप था कि गांधी परिवार को भारत से ज्यादा विदेश में रह रहे लोगों से लगाव है।
जब उनसे राहुल गांधी को आतंकी बताने के सवाल पर पूछा गया, तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया और वहां से चले गए। यह चुप्पी कई लोगों के लिए आश्चर्यजनक थी, क्योंकि इससे उनके पिछले बयानों के प्रति उनकी गंभीरता पर सवाल उठता है।
कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
राहुल गांधी को आतंकवादी कहने के बाद कांग्रेस ने लगातार विरोध किया है। जयपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रवनीत बिट्टू के खिलाफ काले झंडे दिखाते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया और उन्हें बसों में भरकर दूसरी जगह छोड़ दिया।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने पिछले दिनों कहा था कि जहां भी रवनीत बिट्टू जाएंगे, वहां कांग्रेस कार्यकर्ता उनका विरोध करेंगे। इससे स्पष्ट है कि यह मामला केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि दोनों दलों के बीच गहरे राजनीतिक मतभेदों का संकेत है।