मनीषा शर्मा। उदयपुर में कन्हैयालाल टेलर की हत्या की पृष्ठभूमि पर आधारित फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ 8 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज की गई थी। इस फिल्म को लेकर रिलीज से पहले ही काफी विवाद देखने को मिला था। लंबे समय तक कोर्ट में अटकी रहने के बाद आखिरकार इसे रिलीज करने की अनुमति मिली। लेकिन जितनी चर्चा इस फिल्म ने विवादों के जरिए बटोरी, उतना फायदा इसके बॉक्स ऑफिस कलेक्शन में नहीं मिल सका। रिपोर्ट्स के अनुसार, उदयपुर फाइल्स रिलीज के बाद अब तक 2 करोड़ रुपये का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाई है।
फिल्म की रिलीज के समय निर्माताओं ने दावा किया था कि इसकी कमाई का एक बड़ा हिस्सा कन्हैयालाल टेलर के परिवार को दिया जाएगा। लेकिन बॉक्स ऑफिस पर फिल्म की हालत बेहद खराब रही। दर्शकों ने थिएटर में इस फिल्म को देखने में ज्यादा रुचि नहीं दिखाई। यही वजह रही कि प्रोड्यूसर अमित जानी का गुस्सा अब दर्शकों, खासकर हिंदू समुदाय पर निकलता दिखाई दे रहा है।
प्रोड्यूसर का वायरल वीडियो
फिल्म के प्रोड्यूसर अमित जानी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वे हिंदुओं पर सीधा हमला बोलते नजर आ रहे हैं। वीडियो में जानी ने कहा,
“हिंदुओं तुम्हारे पास बेचारे गरीब कन्हैयालाल के लिए मूवी देखने का समय नहीं था। तुमने ‘सैयारा’ जैसी फिल्मों पर पैसा लुटा दिया। अब ‘कूली’ मूवी आ रही है उस पर पैसा लुटा देना। कन्हैयालाल के हत्यारे जो काम नहीं कर पाए, वो तुमने कर दिया।”
अमित जानी ने यहां तक कह दिया कि हिंदू समाज को अब किसी की मौत से फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि वहां भी 26 लोगों की जान गई लेकिन हिंदुओं की संवेदनाएं कहीं दिखाई नहीं देतीं।
फिल्म का मकसद और प्रोड्यूसर की नाराजगी
अमित जानी ने कहा कि यह फिल्म केवल मनोरंजन के लिए नहीं, बल्कि कन्हैयालाल टेलर को न्याय दिलवाने के उद्देश्य से बनाई गई थी। उनका आरोप है कि अगर हिंदू समुदाय ने बड़ी संख्या में इस फिल्म को देखा होता तो न केवल फिल्म को मजबूती मिलती बल्कि कन्हैयालाल के परिवार की कानूनी लड़ाई के लिए भी संसाधन जुटते। जानी ने पहले ही घोषणा की थी कि उदयपुर फाइल्स की कमाई का 25 प्रतिशत हिस्सा सीधे कन्हैयालाल के परिवार की कानूनी लड़ाई में लगाया जाएगा।
उन्होंने अपने बयान में यह भी कहा कि उनका इतना बड़ा सिस्टम है कि उन्हें व्यक्तिगत नुकसान से कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन कन्हैयालाल के परिवार के सामने बड़े वकील खड़े नहीं होंगे तो न्याय की राह कठिन हो जाएगी। उनका सीधा आरोप था कि दर्शकों ने फिल्म देखने से मुंह मोड़कर इस न्याय की लड़ाई को कमजोर किया है।
कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद रिलीज
गौरतलब है कि इस फिल्म की रिलीज डेट लंबे समय से कानूनी पचड़ों में फंसी हुई थी। कई संगठनों ने इसके प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग की थी। मामला कोर्ट तक पहुंचा और लंबे इंतजार के बाद आखिरकार फिल्म को रिलीज करने की मंजूरी मिली। हालांकि, रिलीज के बाद दर्शकों का वह रिस्पॉन्स नहीं मिला जिसकी उम्मीद प्रोड्यूसर और निर्देशक ने की थी।
फिल्म की स्टार कास्ट और निर्देशन
उदयपुर फाइल्स का निर्देशन भरत एस. श्रीनेत और जयंत सिन्हा ने किया है। फिल्म में दिग्गज अभिनेता विजय राज ने कन्हैयालाल टेलर की भूमिका निभाई है। रिलीज से पहले यह फिल्म लगातार सुर्खियों में रही थी और माना जा रहा था कि विवाद इसका फायदा दिला सकते हैं। लेकिन हकीकत में फिल्म दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींचने में नाकाम रही।
विवाद और दर्शकों की चुप्पी
फिल्म को लेकर जो विवाद खड़े हुए थे, उन्होंने इसे लगातार मीडिया और सोशल प्लेटफॉर्म पर चर्चा में बनाए रखा। प्रोड्यूसर का दावा था कि यह फिल्म न सिर्फ एक सच्ची घटना पर आधारित है बल्कि समाज के सामने न्याय और संवेदनाओं की सच्चाई को भी उजागर करती है। इसके बावजूद दर्शकों की उदासीनता ने इसे फ्लॉप बना दिया।