शोभना शर्मा, अजमेर। जब निवेश की बात आती है, तो अक्सर एसआईपी (SIP) का सुझाव दिया जाता है। सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (Systematic Investment Plan) या एसआईपी के तहत, एक निर्धारित समयांतराल में एक तय राशि म्यूचुअल फंड में निवेश की जाती है। अधिकांश लोग यह नहीं जानते कि एसआईपी के कई प्रकार होते हैं, जो अलग-अलग जरूरतों के अनुसार लाभ प्रदान करते हैं। आइए जानते हैं एसआईपी के प्रकारों के बारे में विस्तार से।
रेगुलर एसआईपी (Regular SIP): नियमित निवेश का विकल्प
रेगुलर एसआईपी सबसे सामान्य प्रकार की एसआईपी होती है, जिसमें निवेशक एक निश्चित राशि नियमित अंतराल (महीने, तिमाही, या छमाही) पर निवेश करता है। इसकी मुख्य विशेषता यह है कि निवेशक अपनी निवेश की तारीख और राशि तय कर सकता है। रेगुलर एसआईपी में ऑटोमेटिक रूप से निवेश को बढ़ाने की सुविधा भी मिलती है, जिससे निवेशक अपने निवेश को साल दर साल बढ़ा सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आप हर महीने 10,000 रुपये निवेश कर रहे हैं, तो इसे हर साल 10% तक बढ़ा सकते हैं।
फ्लेक्सिबल एसआईपी (Flexible SIP): निवेश में लचीलापन
फ्लेक्सिबल एसआईपी में निवेशक अपने निवेश को जरूरत के अनुसार बढ़ा या घटा सकता है। इस प्रकार की एसआईपी उन निवेशकों के लिए फायदेमंद है, जिनकी आय में बदलाव होता रहता है। अगर आप अपने निवेश में कोई बदलाव करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको फंड हाउस को एसआईपी कटने की तारीख से लगभग एक हफ्ते पहले सूचित करना होता है।
ट्रिगर एसआईपी (Trigger SIP): निवेश को समय, वैल्यूएशन या मूल्य के आधार पर कंडीशन देना
ट्रिगर एसआईपी सबसे रोचक प्रकार की एसआईपी है, जिसमें निवेशक समय, वैल्यूएशन या मूल्य के आधार पर निवेश की शर्तें तय कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, आप ट्रिगर सेट कर सकते हैं कि यदि एनएवी (निवल आस्ति मूल्य) 1000 रुपये से ऊपर पहुंच जाए तो एसआईपी शुरू हो जाए या यदि एनएवी 1000 रुपये से नीचे हो जाए तो अतिरिक्त राशि का निवेश हो। इस प्रकार की एसआईपी उन निवेशकों के लिए आदर्श है, जो बाजार के उतार-चढ़ाव के आधार पर अपने निवेश को नियंत्रित करना चाहते हैं।
इंश्योर्ड एसआईपी (Insured SIP): निवेश के साथ टर्म इंश्योरेंस कवर
इंश्योर्ड एसआईपी उन निवेशकों के लिए है, जो निवेश के साथ टर्म इंश्योरेंस कवर चाहते हैं। इसके तहत, फंड हाउस पहले निवेश की राशि का एक निश्चित गुणा (जैसे 10 गुना) तक का इंश्योरेंस कवर प्रदान करता है। यह इंश्योरेंस कवर केवल इक्विटी म्यूचुअल फंड्स के लिए उपलब्ध होता है और इसमें एक कैपिंग होती है, जो अधिकांशतः 50 लाख रुपये तक होती है।
एसआईपी के प्रकार कैसे चुनें?
हर एसआईपी की अपनी विशेषता होती है और निवेशक की जरूरत और वित्तीय लक्ष्य के अनुसार उपयुक्त एसआईपी का चयन करना महत्वपूर्ण है। यदि आप नियमित और स्थिर निवेश चाहते हैं, तो रेगुलर एसआईपी आपके लिए उपयुक्त है। जबकि फ्लेक्सिबल एसआईपी उन निवेशकों के लिए अच्छी है, जिनकी आय और खर्च में उतार-चढ़ाव होता रहता है। वहीं, बाजार के बदलते माहौल में निवेश को नियंत्रित करने के इच्छुक निवेशकों के लिए ट्रिगर एसआईपी आदर्श है। एसआईपी की इन विशेषताओं को समझकर निवेशक अपनी निवेश यात्रा को और भी अधिक प्रभावी और लक्ष्य-मूलक बना सकते हैं।