शोभना शर्मा। राजस्थान में शुक्रवार की सुबह से ही मौसम का मिजाज बदला हुआ नजर आया। राजधानी जयपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। जयपुर, भरतपुर, अलवर, झुंझुनूं, चूरू और गंगानगर जैसे जिलों में धूलभरी आंधी चली, जिसकी रफ्तार 40 किलोमीटर प्रति घंटे से भी अधिक थी।
इस आंधी के कारण राजधानी जयपुर में पेड़ और सोलर पैनल गिरने की घटनाएं सामने आईं। अजमेर रोड और खातीपुरा क्षेत्र में गिरे पेड़ों के कारण ट्रैफिक व्यवस्था प्रभावित हुई। वहीं, हरमाड़ा इलाके में बीती रात आए तेज अंधड़ से घरों की छतों और खेतों में लगे सोलर पैनल क्षतिग्रस्त हो गए।
भरतपुर जिले के कामां कस्बे में पिछले 24 घंटों में सबसे ज्यादा 77 मिमी (लगभग 3 इंच) बारिश दर्ज की गई। झुंझुनूं के पिलानी में 20.1 मिमी, जैसलमेर के सम क्षेत्र में 31 मिमी, देवीकोट में 10 मिमी और जैसलमेर शहर में 14 मिमी बारिश हुई। श्रीगंगानगर में 11.5 मिमी, अलवर के राजगढ़ में 17 मिमी और अन्य जिलों में 1 से 10 मिमी तक वर्षा दर्ज की गई।
गुरुवार की शाम को भी जयपुर, जैसलमेर, भीलवाड़ा और पाली जिलों में आंधी के साथ बारिश हुई थी। जैसलमेर में तेज हवाओं के कारण बिजली के पोल गिर गए जिससे कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति प्रभावित रही।
मौसम विभाग ने दी चेतावनी, येलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने शुक्रवार को राजस्थान के दक्षिणी हिस्सों – प्रतापगढ़, डूंगरपुर और बांसवाड़ा को छोड़कर शेष सभी जिलों में आंधी और बारिश की चेतावनी जारी की है। विभाग ने इन क्षेत्रों के लिए येलो अलर्ट जारी करते हुए कहा कि कहीं-कहीं ओलावृष्टि की भी संभावना है।
बारिश और आंधी के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। प्रदेश में न्यूनतम तापमान में 2 से 8 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट देखी गई, जिससे लोगों को भीषण गर्मी से थोड़ी राहत मिली है।
भीषण गर्मी का असर भी रहा बरकरार
हालांकि प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में अब भी गर्मी का कहर बरकरार है। गुरुवार को जैसलमेर में अधिकतम तापमान 46.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो राज्य में सबसे अधिक रहा। बाड़मेर में 46.1, चित्तौड़गढ़ में 45, बीकानेर में 44.9, फलोदी में 44.2, चूरू में 43.5, गंगानगर में 43.3, कोटा में 43.2 और उदयपुर में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस रहा।
जयपुर में गुरुवार को अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री और न्यूनतम तापमान 28.2 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, सीकर में 41.5, पिलानी में 41.2, अजमेर में 42.2, भीलवाड़ा में 42.4 और जोधपुर में भी तापमान 42.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
जनजीवन प्रभावित, यातायात और बिजली व्यवस्था पर असर
अचानक बदले मौसम ने प्रदेशभर में सामान्य जनजीवन को प्रभावित किया है। सड़कों पर गिरे पेड़ों और बिजली के पोलों के कारण आवागमन बाधित हुआ। कई स्थानों पर ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई। बिजली आपूर्ति बाधित होने से लोग गर्मी में परेशान रहे। सोलर पैनल गिरने से किसानों को भी नुकसान हुआ है।
आने वाले दिनों में और बारिश की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले 24 से 48 घंटों में भी राजस्थान के कई जिलों में बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है। ओलावृष्टि की चेतावनी को देखते हुए किसानों और आम नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।