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अजमेर दरगाह और कलेक्ट्रेट को उड़ाने की धमकी से हड़कंप, RDX का झांसा देकर ईमेल अलर्ट

अजमेर दरगाह और कलेक्ट्रेट को उड़ाने की धमकी से हड़कंप, RDX का झांसा देकर ईमेल अलर्ट

शोभना शर्मा। अजमेर शहर में गुरुवार दोपहर अचानक हड़कंप मच गया, जब देश-विदेश से लाखों जायरीन की आस्था के केंद्र अजमेर दरगाह शरीफ और जिला प्रशासन के मुख्यालय कलेक्ट्रेट को बम से उड़ाने की धमकी भरा ईमेल मिला। ईमेल में दावा किया गया कि दोनों स्थानों पर चार RDX IED लगाए जा चुके हैं और जैसे ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत पहुंचेंगे, विस्फोट कर दिया जाएगा। इस धमकी ने सुरक्षा एजेंसियों को तत्काल हाई-अलर्ट पर ला दिया।

ईमेल प्राप्त होते ही पुलिस और प्रशासन हरकत में आए। जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित सभी शीर्ष अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी। दरगाह और कलेक्ट्रेट परिसर में आमजन की आवाजाही अस्थायी रूप से रोककर स्थल को खाली कराया गया।

ढाई घंटे तक चला तलाशी अभियान, नहीं मिली संदिग्ध वस्तु

धमकी की संवेदनशीलता को देखते हुए बम डिस्पोजल स्क्वॉड, डॉग स्क्वॉड और मेटल डिटेक्शन टीम को बुलाया गया। इसके बाद दरगाह के हर हिस्से की सघन तलाशी शुरू हुई—गलियारे, दालान, दुकानों की छतों सहित सभी स्थानों की डिटेल्ड जांच की गई। यह तलाशी अभियान लगभग ढाई घंटे तक चला।

साथ ही कलेक्ट्रेट परिसर को भी कर्मचारियों से खाली कराकर एक-एक कमरे की जांच की गई। दोनों ही स्थानों पर सुरक्षा एजेंसियों को कोई विस्फोटक या संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।

अधिकारियों का कहना है कि तलाशी पूरी होने के बाद दरगाह में श्रद्धालुओं को दोबारा प्रवेश दे दिया गया और कलेक्ट्रेट में सामान्य कामकाज बहाल कर दिया गया।

क्यों बढ़ी चिंता? पुतिन का नाम शामिल होने से एजेंसियां सतर्क

ईमेल में विशेष रूप से रूस के राष्ट्रपति पुतिन का नाम लिखे जाने से मामला और अधिक संवेदनशील हो गया। यह धमकी ऐसे समय में आई है, जब पुतिन के भारत आने की सुरक्षा तैयारियां जारी हैं। इसलिए जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुट गई हैं कि यह किसी शरारती तत्व की हरकत है या किसी बड़ी साजिश का हिस्सा

साइबर सेल ईमेल की तकनीकी जांच कर रही है—
ईमेल किस IP एड्रेस से भेजा गया?
कौन-सी लोकेशन से भेजा गया?
क्या यह भारतीय सर्वर के जरिए आया या विदेशी नेटवर्क से?
इन सभी पहलुओं की गहन जांच जारी है।

लोग अफवाहों पर ध्यान न दें: पुलिस

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण दीपक कुमार शर्मा ने बताया कि क्षेत्र में अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और सुरक्षा को लेकर कोई खतरा नहीं है। उन्होंने कहा कि पुलिस हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है और आमजन अफवाहों पर ध्यान न दें। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।

सवाल अभी बाकी

भले ही कोई विस्फोटक नहीं मिला, लेकिन सवाल यह है कि—
क्या धमकी केवल डर फैलाने के लिए थी?
या सुरक्षा एजेंसियां किसी बड़े रैकेट के शुरुआती संकेत तलाश रही हैं?

पुलिस और इंटेलिजेंस एजेंसियां इस ईमेल की तह तक जाने में जुटी हैं। इसके साथ ही अजमेर सहित पूरे प्रदेश में सुरक्षा सतर्कता और बढ़ा दी गई है।

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