शोभना शर्मा। राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने पुलिस से लेकर आम लोगों तक को हैरान कर दिया। यहां करधनी इलाके में 15 दिन पहले हुई 22 लाख रुपये की चोरी का खुलासा हुआ है। चोरी की यह वारदात जितनी बड़ी थी, उससे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह रही कि चोरी करने वाले चोर न केवल पैसों से मौज-मस्ती कर रहे थे, बल्कि उनमें से कुछ हिस्सा खाटूश्यामजी मंदिर में चढ़ावा चढ़ाने भी गए।
पुलिस की जांच में सामने आया कि चोरी के आरोपियों ने भगवान श्याम को 11 हजार रुपये का चढ़ावा चढ़ाया और होटल में रुककर 10 हजार रुपये खर्च किए। इसके अलावा चोरी के पैसों से उन्होंने महंगे कपड़े, जूते और लग्जरी सामान खरीदा और बाकी का पैसा स्मैक व नशे पर उड़ा दिया।
चोरी की वारदात और पुलिस की जांच
करीब दो हफ्ते पहले करधनी इलाके के एक मकान में ताले तोड़कर चोरों ने 22 लाख रुपये नकद और ज्वेलरी चोरी की थी। पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो कई दिनों तक कोई सुराग नहीं मिला। आखिरकार सूचना के आधार पर पुलिस ने बिहार के आरा निवासी राजेश श्रीवास्तव और प्रयागराज निवासी रणजीत सिंह को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तारी के वक्त दोनों के पास से दो अवैध हथियार और 10 कारतूस बरामद हुए। तलाशी के दौरान राजेश के पास से 3.5 लाख रुपये नकद और चोरी की गई ज्वेलरी भी मिली। पूछताछ में दोनों ने चोरी का जुर्म कबूल किया और बताया कि किस तरह उन्होंने चोरी के पैसों को नशे और मौज-मस्ती में उड़ाया।
चोरी के बाद खाटूश्यामजी की यात्रा
पूछताछ के दौरान पुलिस को जो कहानी पता चली, उसने सभी को चौंका दिया। आरोपियों ने बताया कि चोरी के तुरंत बाद उन्होंने 15 हजार रुपये में एक कार किराए पर ली और सीधे खाटूश्यामजी मंदिर जा पहुंचे। वहां उन्होंने भगवान श्याम को 11 हजार रुपये का चढ़ावा चढ़ाया। मंदिर दर्शन के बाद उन्होंने एक होटल में रुककर 10 हजार रुपये और खर्च किए।
यानी चोरी के पैसों का एक हिस्सा उन्होंने भगवान को अर्पित किया और बाकी अपनी मौज-मस्ती में खर्च कर दिया।
13 दिन में उड़ाए 3 लाख रुपये स्मैक पर
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि दोनों आरोपी स्मैक के आदी हैं। चोरी के बाद 13 दिनों में उन्होंने करीब 3 लाख रुपये स्मैक और 40 हजार रुपये की कोल्ड ड्रिंक खरीदकर पी डाली। वे रोजाना 25 से 30 हजार रुपये तक सिर्फ नशे पर खर्च करते थे।
इस दौरान वे जयपुर में ही छिपे रहे और लग्जरी सामान खरीदकर घूमते रहे। धीरे-धीरे उनके पास से पैसे खत्म होने लगे, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें दबोच लिया।
हिस्ट्रीशीटर निकले दोनों आरोपी
पुलिस रिकॉर्ड खंगालने पर पता चला कि दोनों आरोपी पहले से ही आपराधिक गतिविधियों में लिप्त थे। राजेश श्रीवास्तव पर 11 मामले दर्ज हैं जबकि रणजीत सिंह पर 7 आपराधिक प्रकरण चल रहे हैं। दोनों वीकेआई थाना क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटर बताए जाते हैं।
रणजीत ने पुलिस को बताया कि उसने अपने हिस्से के करीब 3 लाख रुपये उत्तर प्रदेश में अपने दोस्तों के बैंक खातों में जमा करवा दिए थे। अब पुलिस इस पैसे की भी तलाश कर रही है।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
जयपुर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर अब आगे की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि चोरी की रकम का बड़ा हिस्सा नशे में उड़ाया जा चुका है। फिलहाल बरामद 3.5 लाख रुपये और ज्वेलरी को सीज कर लिया गया है। साथ ही यह भी जांच हो रही है कि आरोपियों के संपर्क में और कौन-कौन लोग थे तथा चोरी की रकम कहां-कहां खर्च की गई।
घटनाक्रम ने चौंकाया
इस पूरे मामले ने एक तरफ पुलिस को सिरदर्द दिया तो दूसरी तरफ आम लोगों को भी हैरान कर दिया। चोरी करने के बाद मंदिर में चढ़ावा चढ़ाने का यह मामला लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। कई लोग इसे अपराध और आस्था का अजीब मिश्रण बता रहे हैं।