मनीषा शर्मा। Bharatiya Janata Party (BJP) के लिए राजस्थान की अंता विधानसभा सीट पर होने वाला उपचुनाव प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गया है। इस सीट पर पार्टी के उम्मीदवार के नाम को लेकर चल रहा सस्पेंस आज खत्म हो सकता है। पार्टी के मदन राठौड़ ने घोषणा की है कि देर शाम तक उम्मीदवार के नाम की औपचारिक घोषणा कर दी जाएगी। टिकट वितरण से पहले तीन बड़े नेताओं— भजनलाल शर्मा, वसुंधरा राजे और मदन राठौड़— के बीच अहम चर्चा हो चुकी है।
राजे और राठौड़ की अहम मुलाकात
घोषणा से पहले सुबह जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में एक महत्वपूर्ण मुलाकात हुई। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ की पत्नी का हालचाल जानने अस्पताल पहुंचीं। हालांकि मुलाकात शिष्टाचार के रूप में थी, लेकिन राजनीतिक गलियारों में माना जा रहा है कि इस दौरान अंता सीट के टिकट को लेकर अंतिम चर्चा भी हुई।
इस सीट पर वसुंधरा राजे का खासा प्रभाव
अंता विधानसभा सीट वसुंधरा राजे के लिए राजनीतिक रूप से अहम मानी जाती है। यह सीट उनके समर्थक विधायक कंवरलाल मीणा की अयोग्यता के कारण खाली हुई है। ऐसे में इस सीट पर उम्मीदवार के चयन में राजे की राय को पार्टी के लिए निर्णायक माना जा रहा है। प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने बताया कि नामों को पार्टी के सेंट्रल पार्लियामेंट्री बोर्ड को भेजा गया है। बोर्ड से हरी झंडी मिलते ही शाम तक उम्मीदवार के नाम की घोषणा की जाएगी।
राजे ने दिया स्पष्ट बयान
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा, “पार्टी जिसे टिकट देगी, मैं उसके साथ रहूंगी। मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष यह फैसला करेंगे। जो भी पार्टी का प्रत्याशी होगा, वह सर्वमान्य होगा। सभी कार्यकर्ता पार्टी के निर्देशों का पालन करेंगे।” उनके इस बयान के बाद अब टिकट को लेकर अटकलें और तेज हो गई हैं।
संभावित उम्मीदवारों की सूची में कई नाम
बीजेपी के संभावित उम्मीदवारों की सूची में कई नाम चर्चा में हैं। सबसे ऊपर पूर्व कृषि मंत्री और वरिष्ठ नेता प्रभुलाल सैनी का नाम है। उनका कांग्रेस उम्मीदवार प्रमोद जैन भाया से पुराना चुनावी मुकाबला रहा है। इसके अलावा पूर्व जिला प्रमुख नंदलाल सुमन का नाम भी पार्टी के अंदर मजबूत दावेदारों में शामिल है। पार्टी एक ऐसा उम्मीदवार उतारना चाहती है जो कांग्रेस और निर्दलीय उम्मीदवारों के बीच बंटे वोटों का फायदा उठा सके।
कांग्रेस और निर्दलीय पहले ही दाखिल कर चुके नामांकन
कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया और निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा पहले ही नामांकन दाखिल कर चुके हैं। वहीं बीजेपी की ओर से उम्मीदवार की घोषणा में हुई देरी से राजनीतिक हलचल तेज थी। अब देर शाम होने वाले इस ऐलान से इस उपचुनाव का चुनावी समीकरण तय हो जाएगा।
BJP के लिए प्रतिष्ठा की सीट
अंता सीट बीजेपी के लिए सिर्फ एक उपचुनाव नहीं, बल्कि अपनी राजनीतिक पकड़ दिखाने का मंच भी है। इस सीट पर वसुंधरा राजे के गुट का प्रभाव होने के कारण पार्टी नेतृत्व टिकट चयन में रणनीतिक संतुलन साधना चाहता है। यदि राजे के पसंदीदा उम्मीदवार को टिकट मिलता है तो इसे उनके बढ़ते प्रभाव के रूप में देखा जाएगा।