शोभना शर्मा। कोटा में नीट की तैयारी कर रहे एक छात्र ने सुसाइड कर लिया। बुधवार रात को छात्र ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। आत्महत्या से पहले उसने अपने पिता और भाई से बात की थी। उसने कहा था कि उसका मन नहीं लग रहा है और वह वापस आना चाहता है। इसके बाद जब परिवार ने उसे कॉल किया, तो उसने फोन रिसीव नहीं किया। इसके कुछ घंटों बाद, उसका शव उसके कमरे में फंदे से लटका मिला। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को एमबीएस अस्पताल भिजवाया। छात्र के परिवार वाले भी सूचना पाकर कोटा पहुंचे हैं।
पिता का बयान: रिजल्ट में गड़बड़ी से तनाव में था छात्र
पुलिस के अनुसार, मृतक छात्र की पहचान परशुराम पुत्र खचरमल (21) के रूप में हुई है। वह मथुरा जिले के मानपुर, बरसाना का निवासी था और कोटा में नीट की तैयारी कर रहा था। पिता खचरमल ने बताया कि उनका बेटा पिछले तीन साल से कोटा में रहकर नीट की कोचिंग कर रहा था। पहले नीट के एग्जाम में उसके 490 अंक आए थे, लेकिन हाल ही में हुए एग्जाम में उसे 647 अंक प्राप्त हुए। हालांकि, रिजल्ट में गड़बड़ी का आरोप लगने के बाद जब दूसरा रिजल्ट जारी हुआ, तो उसमें 66 प्रतिशत अंक दिखाए गए। इससे छात्र बेहद तनाव में आ गया था।
पिता ने यह भी कहा कि उनका बेटा बहुत अच्छा छात्र था और उसने कई बार कोचिंग ली थी। वह बार-बार अपने रिजल्ट में होने वाली गलतियों की बात कर रहा था। पिता ने उसे समझाने की कोशिश की थी कि वह एक बार फिर से परीक्षा दे सकता है, लेकिन छात्र का मन बहुत अधिक विचलित हो चुका था।
मकान मालिक ने दी थी सूचना
छात्र कोटा के जवाहर नगर इलाके में किराए के कमरे में रहता था। मकान मालिक ने उसे फंदे पर लटका हुआ देखा और तुरंत कंट्रोल रूम को सूचना दी। पुलिस को रात करीब 11:30 बजे सूचना मिली, जिसके बाद टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने बताया कि छात्र ने पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या की। मौके पर फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया और कमरे को सील कर दिया गया। फिलहाल मामले की जांच जारी है।
परिवार का बयान: रिजल्ट की वजह से तनाव में था
छात्र के पिता और चाचा ने बताया कि 30 अगस्त को वह अपने घर से कोटा लौटा था। तीन साल से वह लगातार नीट की तैयारी कर रहा था और इस दौरान वह अपने परिवार से नियमित रूप से बात करता था। चाचा चतरसिंह ने कहा कि भतीजे ने अपने पिता से कहा था कि उसका मन नहीं लग रहा और वह वापस आना चाहता है। बुधवार रात को परिवार को उसकी मौत की सूचना मिली।
छात्र के पिता ने बताया कि रिजल्ट में गड़बड़ी की वजह से उनका बेटा काफी तनाव में था। पहले परीक्षा में मिले अच्छे अंक के बावजूद, दूसरे रिजल्ट में दिखाए गए कम अंक उसे विचलित कर रहे थे। उन्होंने उसे समझाया कि कोई बात नहीं, वह एक बार फिर से परीक्षा दे सकता है, लेकिन छात्र का मानसिक तनाव बढ़ चुका था।
कोचिंग सिटी में सुसाइड का एक और मामला
कोटा, जो कि देशभर में कोचिंग सिटी के रूप में जाना जाता है, एक बार फिर सुसाइड के मामले से हिल गया है। हर साल हजारों छात्र यहां कोचिंग के लिए आते हैं, लेकिन बढ़ती प्रतियोगिता और मानसिक दबाव की वजह से कई छात्र इस प्रकार की घटनाओं का शिकार हो जाते हैं। सरकार और प्रशासन द्वारा इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कई प्रयास किए गए हैं, लेकिन कोटा में सुसाइड के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।
पुलिस की जांच जारी
पुलिस फिलहाल छात्र की कॉल डिटेल और अन्य सबूतों की जांच कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आत्महत्या के असली कारणों का पता पोस्टमार्टम और जांच के बाद चलेगा। साथ ही, छात्र के रिश्तेदारों और दोस्तों से भी पूछताछ की जा रही है।