शोभना शर्मा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मई की रात राष्ट्र को संबोधित करते हुए ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर देशवासियों को बधाई दी और पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब भारत आतंक के खिलाफ सिर्फ निंदा नहीं, बल्कि निर्णायक कार्रवाई की नीति पर चलेगा। यह संबोधन ऐसे समय में आया है जब भारत ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर सटीक और भीषण हमले किए, जिनमें 100 से अधिक खूंखार आतंकी मारे गए।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में न केवल ऑपरेशन सिंदूर की रणनीतिक सफलता का वर्णन किया बल्कि यह भी बताया कि इस ऑपरेशन ने भारत की रक्षा नीति, सैन्य शक्ति और आतंक के प्रति शून्य सहिष्णुता को एक नई दिशा दी है।
भारत का संयम और सामर्थ्य दोनों देखा दुनिया ने
पीएम मोदी ने कहा, “हम सभी ने बीते दिनों देश का सामर्थ्य और उसका संयम दोनों देखा है।” उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में शामिल सभी सैन्य बलों, वैज्ञानिकों और खुफिया एजेंसियों को भारत की जनता की ओर से सैल्यूट किया। उन्होंने इस विजय को देश की हर बहन और बेटी को समर्पित किया और कहा कि ऑपरेशन सिंदूर भारत की सामूहिक चेतना का प्रतीक है।
ऑपरेशन सिंदूर: न्याय की अखंड प्रतिज्ञा
प्रधानमंत्री ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य मिशन नहीं, बल्कि एक अखंड प्रतिज्ञा थी न्याय की। 6 मई की रात और 7 मई की सुबह जब भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया, तो पूरी दुनिया ने भारत के संकल्प और क्षमताओं को देखा।
आतंकियों को दी गई खुली चेतावनी
अपने संबोधन में मोदी ने कहा कि आतंकवादियों और उनके संगठनों को पूरी तरह से खत्म करने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों को पूर्ण अधिकार दिए गए थे। उन्होंने चेतावनी दी कि अब जो भी भारत की बेटियों के सिंदूर पर हमला करेगा, उसे गंभीर अंजाम भुगतना पड़ेगा।
वैश्विक आतंकवाद के केंद्रों पर हमला
प्रधानमंत्री ने बहावलपुर और मुरीदके जैसे पाकिस्तानी शहरों का जिक्र करते हुए कहा कि ये स्थान ग्लोबल टेररिज्म की यूनिवर्सिटी बन चुके थे। इन ठिकानों से 9/11, लंदन बम धमाके और भारत में हुए कई आतंकी हमलों के तार जुड़े रहे हैं। भारत की सैन्य कार्रवाई ने इन ठिकानों को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया।
100 से अधिक आतंकियों का खात्मा
भारत के हमलों में 100 से अधिक खूंखार आतंकी मारे गए। इनमें से कई ऐसे थे जो पिछले तीन दशकों से भारत के खिलाफ साजिशें रच रहे थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह कार्रवाई पाकिस्तान के लिए चेतावनी थी कि भारत अब सिर्फ इंतजार नहीं करेगा, बल्कि करारा जवाब देगा।
पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई और भारत की तैयारी
हमले के जवाब में पाकिस्तान ने भारत के स्कूलों, कॉलेजों, मंदिरों और गुरुद्वारों पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारत के अत्याधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम ने उनके हमलों को निष्फल कर दिया। मोदी ने कहा कि पाकिस्तान युद्ध की तैयारी कर रहा था, लेकिन भारत ने उसके सीने पर वार किया।
पाकिस्तान की गुहार और भारत की रणनीति
तीन दिनों की सैन्य कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने वैश्विक मंचों पर शांति की गुहार लगाई। 10 मई को पाकिस्तानी सेना ने भारतीय डीजीएमओ से संपर्क किया और सैन्य दुस्साहस बंद करने की अपील की। प्रधानमंत्री ने दोहराया कि भारत ने अपनी कार्रवाई सिर्फ स्थगित की है, समाप्त नहीं। अब पाकिस्तान के हर कदम को जांचा जाएगा।
ऑपरेशन सिंदूर: एक नई नीति की घोषणा
प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर अब भारत की नई नीति बन गई है। अब भारत आतंकवाद के किसी भी रूप को बर्दाश्त नहीं करेगा, और न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग को भी चुनौती देगा। उन्होंने यह भी कहा कि जो सरकारें आतंक को बढ़ावा देती हैं, वे आतंकियों से अलग नहीं मानी जाएंगी।
पाकिस्तान का स्टेट स्पॉन्सर्ड टेररिज्म बेनकाब
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि जब भारतीय हमलों में मारे गए आतंकियों के जनाजों में पाकिस्तानी सेना के अफसर शामिल हुए, तो पूरी दुनिया को यह सच्चाई दिखाई दी कि पाकिस्तान आतंकवाद को सरकारी समर्थन देता है। उन्होंने इसे स्टेट स्पॉन्सर्ड टेररिज्म का पक्का प्रमाण बताया।
मेड इन इंडिया हथियारों की ताकत
मोदी ने भारत की सैन्य तकनीक और हथियारों की प्रशंसा करते हुए कहा कि अब 21वीं सदी के युद्ध में मेड इन इंडिया उपकरणों का समय आ चुका है। उन्होंने कहा कि भारत ने रेगिस्तानों और पहाड़ों में अपनी सैन्य श्रेष्ठता साबित कर दी है।
आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का आह्वान
अपने संबोधन के अंत में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह युग न युद्ध का है और न आतंकवाद का। उन्होंने टेररिज्म के खिलाफ दुनिया से ज़ीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने चेताया कि अगर पाकिस्तान आतंक को खाद पानी देता रहेगा तो वो एक दिन खुद अपने अस्तित्व को नष्ट कर देगा।