मनीषा शर्मा। भारतीय शेयर बाजार में इस हफ्ते 3 अक्टूबर को इंट्राडे ट्रेडिंग के दौरान जबरदस्त मोमेंटम देखने को मिल सकता है। वेल्थव्यू एनालिटिक्स के डायरेक्टर हर्षुभ शाह के अनुसार यह दिन विशेष रूप से स्कैल्पिंग करने वाले ट्रेडर्स (Scalpers) के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। स्कैल्पर्स वे ट्रेडर्स होते हैं, जो छोटे-छोटे दामों के उतार-चढ़ाव से तेज़ी से मुनाफा कमाते हैं। इस हफ्ते बाजार की चाल कई कारकों पर निर्भर करेगी, जिनमें आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की बैठक, विदेशी निवेशकों का रुख, वैश्विक बाजारों से मिल रहे संकेत और टेक्निकल फैक्टर्स प्रमुख रहेंगे।
सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल
सपोर्ट जोन:
24,538 / 24,482 / 24,458 / 24,382 / 24,331 / 24,142 / 23,875 सपोर्ट लेवल वह स्तर होता है, जहां शेयर या इंडेक्स को नीचे गिरने से सहारा मिलता है। यहां खरीदार सक्रिय हो जाते हैं और कीमत को स्थिर रखते हैं। इन स्तरों पर लॉन्ग पोजीशन लेने का मौका मिल सकता है।
रेजिस्टेंस जोन:
24,805 / 24,856 / 24,980 / 25,035 / 25,145 / 25,322 / 25,434 रेजिस्टेंस लेवल पर बिकवाली बढ़ती है और बाजार को ऊपर जाने में कठिनाई होती है। अगर निफ्टी इन स्तरों को पार करता है, तो नई तेजी की शुरुआत हो सकती है।
ट्रेडिंग आउटलुक: क्या करें ट्रेडर्स?
3 अक्टूबर पर फोकस: इस दिन इंट्राडे में तेज उतार-चढ़ाव की संभावना है। स्कैल्पर्स को शॉर्ट-टर्म मुनाफे का मौका मिल सकता है।
सपोर्ट-रेजिस्टेंस का ध्यान: बताए गए सपोर्ट लेवल के नीचे शॉर्ट पोजीशन पर विचार करें। वहीं, रेजिस्टेंस लेवल पार होने पर लॉन्ग पोजीशन फायदेमंद हो सकती है।
टाइम क्लस्टर: डे ट्रेडर्स टाइम क्लस्टर का इस्तेमाल करके तेजी या गिरावट की शुरुआत पकड़ सकते हैं।
सावधानी जरूरी: हर ट्रेड के साथ स्टॉप-लॉस और रिस्क मैनेजमेंट को अपनाना जरूरी है, क्योंकि बाजार अचानक दिशा बदल सकता है।
मार्केट डायरेक्शन: किस ओर जाएगा निफ्टी?
मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि सोमवार को बाजार हल्का बेयरिश (0.5-1% नीचे) रह सकता है। हालांकि, RSI के ओवरसोल्ड स्तर पर पहुंचने से सुबह की तेजी की संभावना है। अगर निफ्टी 24,700 से नीचे खुलता है, तो यह 24,500-24,600 के स्तर तक जा सकता है। वहीं, 24,800 से ऊपर जाने पर रिलीफ रैली देखने को मिल सकती है। पूरे हफ्ते बाजार के बेयरिश रहने की संभावना जताई जा रही है और निफ्टी 24,200-24,000 तक गिर सकता है।
5 फैक्टर्स जो बाजार को प्रभावित करेंगे
1. टेक्निकल एनालिसिस
रेलिगेयर ब्रोकिंग के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट – रिसर्च अजित मिश्रा के मुताबिक बड़े स्टॉक्स की कमजोरी से निफ्टी 24,400 के अहम सपोर्ट लेवल की ओर बढ़ रहा है।
HDFC सिक्योरिटीज के नागराज शेट्टी ने बताया कि शुक्रवार को डेली और वीकली चार्ट पर लंबी बेयर कैंडल बनी है, जो शॉर्ट टर्म में और कमजोरी की ओर इशारा करती है।
2. RBI मौद्रिक नीति समिति
आरबीआई की ब्याज दरों पर तीन दिवसीय बैठक सोमवार से शुरू होगी और फैसला 1 अक्टूबर को आएगा। अनुमान है कि रेपो रेट 5.5% पर स्थिर रखा जाएगा।
3. अमेरिकी बाजार
अमेरिकी बाजार की मजबूती का असर भारतीय बाजारों पर भी दिख सकता है।
डाउ जोंस 300 अंक बढ़कर 46,247 पर बंद हुआ।
S&P 500 इंडेक्स 39 अंक चढ़कर 6,643 पर पहुंचा।
नैस्डैक कम्पोजिट 99 अंक बढ़कर 22,484 पर बंद हुआ।
4. FII-DII का एक्शन
पिछले हफ्ते FII ने 19,570 करोड़ रुपए की बिकवाली की, जबकि DII ने 16,200 करोड़ रुपए की खरीदारी की। शुक्रवार को ही FII ने 5,687 करोड़ के शेयर बेचे और DII ने 5,843 करोड़ की खरीदारी की।
5. भारत-अमेरिका ट्रेड डील
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते पर हुई सकारात्मक बातचीत निवेशकों के भरोसे को बढ़ा सकती है। अगर समझौते को लेकर बड़ी घोषणा होती है, तो इसका सीधा असर भारतीय बाजारों पर देखने को मिलेगा।
सेंसेक्स और निफ्टी का साप्ताहिक प्रदर्शन
पिछले हफ्ते सेंसेक्स 2.66% और निफ्टी 2.65% गिरा। शुक्रवार को सेंसेक्स 733 अंक टूटकर 80,426 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 236 अंक गिरकर 24,654 पर आ गया। यह गिरावट फार्मा सेक्टर पर नए टैरिफ और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के कारण रही। 3 अक्टूबर को भारतीय शेयर बाजार में तेज़ इंट्राडे मूवमेंट की संभावना है। स्कैल्पिंग करने वाले ट्रेडर्स को इससे बड़ा फायदा मिल सकता है। हालांकि, बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि पूरे हफ्ते बाजार में दबाव रह सकता है और निफ्टी 24,200 तक फिसल सकता है। ऐसे में निवेशकों और ट्रेडर्स को सतर्क रहना चाहिए और सही रणनीति के साथ ट्रेड करना चाहिए।


