शोभना शर्मा। प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ 2025 के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। इस भव्य आयोजन में लाखों श्रद्धालुओं की उपस्थिति होती है, जिससे रहने, खाने और चिकित्सा जैसी व्यवस्थाओं में बड़ी चुनौतियां आती हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए राजस्थान के प्रमुख मंदिरों ने महाकुंभ में भोजन सामग्री भेजने और चिकित्सा शिविर आयोजित करने का जिम्मा उठाया है।
तीन प्रमुख मंदिरों से भोजन सामग्री भेजी जाएगी
राजस्थान के तीन प्रसिद्ध मंदिर—श्री मोतीडूंगरी गणेश मंदिर, खाटूश्यामजी मंदिर और सालासर बालाजी मंदिर—महाकुंभ के लिए 3 ट्रक भोजन सामग्री भेज रहे हैं। इस कार्य को विश्व हिंदू परिषद के सानिध्य में आयोजित किया जा रहा है। देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत आज सुबह 11 बजे श्री मोतीडूंगरी गणेश मंदिर से इन ट्रकों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। भेजी जा रही सामग्री में शामिल है:
- 200 टिन तेल
- 50 टिन देसी घी
- 10 टन आटा
- 5 टन दाल
यह सामग्री महाकुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के भोजन की व्यवस्था में सहायता करेगी।
बीकानेर के श्रद्धालुओं के लिए चिकित्सा शिविर
बीकानेर के श्रद्धालुओं के लिए श्री राम झरोखा कैलाशधाम की ओर से विशेष चिकित्सा शिविर आयोजित किया जा रहा है। शिविर की शुरुआत 10 जनवरी 2025 से ध्वजारोहण के साथ होगी। इस शिविर में श्रद्धालुओं के लिए कई सुविधाएं उपलब्ध होंगी:
मुफ्त भोजन: रोजाना करीब 4000 लोगों को मुफ्त भोजन कराया जाएगा।
रहने की व्यवस्था: शिविर में 900 लोगों के ठहरने की मुफ्त व्यवस्था की गई है।
धार्मिक आयोजन: शिविर में भजन-कीर्तन, महायज्ञ और अन्य धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
महाकुंभ की भीड़ में सुविधाओं का योगदान
महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को अक्सर रहने और खाने जैसी व्यवस्थाओं में परेशानियां होती हैं। राजस्थान के इन मंदिरों और चिकित्सा शिविर द्वारा की गई यह पहल महाकुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत सहायक होगी।