शोभना शर्मा। अजमेर के ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 813वें उर्स के मौके पर देशभर से आए जायरीनों के लिए कायड़ विश्राम स्थली में अस्थाई गांव तैयार किया गया है। यहां पर हजारों जायरीन के ठहरने, खाने-पीने, और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। इस अस्थाई गांव में जायरीन की सुविधा के लिए पक्की डोरमेट्री, वुजू खाना, गुसलखाना और शौचालय बनाए गए हैं। साथ ही, बड़े-बड़े शामियाने लगाए गए हैं, जहां लोग आराम कर सकते हैं।
मोबाइल चार्जिंग स्टेशन बना आकर्षण का केंद्र
कायड़ विश्राम स्थली में मोबाइल चार्जिंग स्टेशन जायरीनों के लिए सबसे अधिक उपयोगी साबित हो रहे हैं। यहां पर दिनभर चार्जिंग के लिए कतारें लगी रहती हैं। चार्जिंग की व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने के लिए प्रशासन ने विशेष स्टाफ तैनात किया है।
प्रक्रिया कैसे काम करती है:जायरीन अपना मोबाइल और चार्जर जमा करते हैं, जिसके बदले में उन्हें एक टोकन दिया जाता है। टोकन के जरिए वे बाद में अपना चार्ज किया हुआ मोबाइल प्राप्त कर सकते हैं।
सुविधा की लोकप्रियता:लगातार बढ़ती भीड़ और मोबाइल चार्जिंग की आवश्यकता को देखते हुए यह सेवा जायरीनों के लिए अत्यधिक लाभकारी साबित हो रही है।
सजे बाजार में जायरीनों की खरीदारी
कायड़ स्थली में सजे बाजार जायरीनों के लिए एक और आकर्षण हैं। यहां बर्तन, कपड़े, जूते, और अन्य दैनिक उपयोग की वस्तुओं की दुकानों पर लोगों की भारी भीड़ देखी जा सकती है।
खरीदारी का माहौल:जायरीन बाजार में जमकर खरीदारी कर रहे हैं। वे अपने लिए और अपने परिवार के लिए यहां से स्मृतिचिह्न, कपड़े, और अन्य वस्तुएं खरीद रहे हैं।
मोलभाव और व्यस्तता:दुकानदारों का कहना है कि उर्स के दौरान यह बाजार उनकी सबसे बड़ी आय का जरिया बनता है।
जायरीनों की यात्रा के लिए परिवहन व्यवस्था
कायड़ विश्राम स्थली से अजमेर दरगाह तक जायरीनों को लाने-ले जाने के लिए रोडवेज बसों की व्यवस्था की गई है। ये बसें दिनभर जायरीनों को आसानी से दरगाह तक पहुंचा रही हैं।
सुविधा के फायदे:इस परिवहन व्यवस्था ने जायरीनों की यात्रा को सुगम बना दिया है, जिससे वे बिना किसी परेशानी के दरगाह पहुंचकर ख्वाजा साहब की मजार पर हाजिरी दे पा रहे हैं।
सुरक्षा व्यवस्था:जायरीनों की सुरक्षा के लिए कायड़ स्थली और दरगाह दोनों स्थानों पर पुलिस का विशेष बंदोबस्त किया गया है।
दरगाह में श्रद्धा और आस्था का माहौल
कायड़ स्थली के साथ-साथ दरगाह शरीफ में भी जायरीनों की भीड़ उमड़ रही है। लोग ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की मजार पर चादर और फूल पेश कर अपनी मन्नतें मांग रहे हैं।
आध्यात्मिक माहौल:दरगाह में चल रही कव्वालियां और अकीदत के फूलों की महक ने पूरे वातावरण को भक्ति और आस्था से भर दिया है।
श्रद्धालुओं की संख्या:हर साल की तरह इस बार भी लाखों जायरीन ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर अपनी हाजिरी लगा रहे हैं।