शोभना शर्मा। जयपुर स्थित एम. जी. डी. गर्ल्स स्कूल में आयोजित ग्लोबल लीडरशिप प्रोग्राम लीड-आई के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने छात्राओं को संबोधित किया। कार्यक्रम का विषय था ‘ब्रेकिंग द बैरियर्स: महिला सशक्तीकरण एवं लैंगिक समानता’। स्मृति ईरानी ने अपने प्रेरणादायक भाषण में नेतृत्व के विभिन्न पहलुओं और महिलाओं की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जब किसी कार्य को असंभव कहा जाए, तो उसमें संभावनाओं की तलाश करें।
उन्होंने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि एक लीडर केवल मंच पर खड़ा होकर बोलने वाला वक्ता नहीं होता, बल्कि वह समाज में बेहतरी के लिए सक्रिय रूप से काम करता है और दूसरों को प्रेरित करता है। उन्होंने छात्राओं को यह संदेश दिया कि एक लीडर का मुख्य उद्देश्य लोगों को उनके बेहतर संस्करण बनने के लिए प्रेरित करना है ताकि समाज में और भी बेहतर लीडर बन सकें।
स्मृति ईरानी ने कहा कि महिलाओं को सशक्तिकरण की आवश्यकता नहीं है क्योंकि वे पहले से ही सक्षम हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जब महिलाएं अपने लिए समय निकालती हैं या अपनी प्राथमिकताओं पर ध्यान देती हैं, तो उन्हें स्वार्थी समझा जाता है। लेकिन, यह धारणा बदलने की जरूरत है।
इस सत्र के बाद छात्राओं ने उप-प्राचार्या प्रमेंद्र खंगारोत और स्कूल काउंसलर डॉ. रचना व्यास के मार्गदर्शन में ‘परिवर्तन की आवाज’ विषय पर चर्चा-परिचर्चा की। इस चर्चा का उद्देश्य छात्राओं में नेतृत्व क्षमता विकसित करना और उन्हें सामाजिक बदलाव का वाहक बनाना था।
सांयकालीन सत्र में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर मूर्तिकार कल्याण सिंह राठौड़ ने ‘प्रकृति की ज्योमैट्री का अन्वेषण’ विषय पर अपनी प्रस्तुति दी। उन्होंने छात्राओं को प्रकृति की संरचनाओं और कला में ज्योमैट्री के महत्व के बारे में समझाया। इसके बाद छात्राओं ने नृत्य और संगीत प्रशिक्षण कार्यशाला में भाग लिया, जिसमें गरबा, घूमर और रास नृत्य के पारंपरिक अभ्यास पर जोर दिया गया।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य देश-विदेश की छात्राओं में नेतृत्व क्षमता का विकास करना था ताकि भविष्य में महिलाओं की भागीदारी विश्व कल्याण में अधिक दिखाई दे। इस कार्यक्रम ने छात्राओं को न केवल प्रेरित किया, बल्कि उनके व्यक्तित्व और आत्मविश्वास को निखारने में भी योगदान दिया।