शोभना शर्मा। Skoda Auto Volkswagen India Private Limited (SAVWIPL) ने भारत में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। कंपनी ने महाराष्ट्र के पुणे स्थित चाकन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में 5 लाख इंजन निर्माण का बड़ा रिकॉर्ड बनाया है। यह माइलस्टोन 17 मार्च 2025 को हासिल हुआ और यह भारत सरकार की मेक इन इंडिया पहल और आत्मनिर्भर भारत मिशन के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। SAVWIPL के ये इंजन न केवल भारत में उपयोग किए जा रहे हैं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी एक्सपोर्ट किए जा रहे हैं।
आधुनिक और पर्यावरण-अनुकूल इंजन निर्माण
Skoda Auto Volkswagen India का चाकन प्लांट आधुनिक तकनीकों से सुसज्जित है। यह प्लांट भारत को Volkswagen Group के लिए एक बड़ा मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट सेंटर बनाता है। यहां जो इंजन बनाए जा रहे हैं, वे उच्च गुणवत्ता के साथ-साथ पर्यावरण के प्रति भी संवेदनशील हैं। SAVWIPL का 1.0 लीटर TSI इंजन कम धुएं के उत्सर्जन के लिए डिजाइन किया गया है। इसके अलावा, 1.5 लीटर TSI इंजन में Active Cylinder Technology (ACT) का इस्तेमाल किया गया है, जो कि फ्यूल एफिशिएंसी को बढ़ाता है और प्रदूषण को कम करता है। इस प्रकार के आधुनिक और कुशल इंजन पर्यावरण की सुरक्षा के साथ-साथ ग्राहकों को बेहतरीन ड्राइविंग अनुभव भी प्रदान करते हैं।
11 सालों का अनुभव और निरंतर निवेश
Skoda Auto Volkswagen India प्राइवेट लिमिटेड साल 2014 से चाकन प्लांट में इंजन निर्माण कर रही है। यह प्लांट न केवल उन्नत इंजन बनाता है, बल्कि भारतीय और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार पर्यावरण के नियमों का भी पालन करता है। कंपनी इंजन निर्माण की गुणवत्ता में सुधार और उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए लगातार निवेश कर रही है। इसके साथ ही, Volkswagen Group भारत को एक महत्वपूर्ण ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई चेन केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में काम कर रहा है।
SAVWIPL की वैश्विक निर्माण रणनीति में भारत की भूमिका
Skoda Auto a.s. के बोर्ड मेंबर (प्रोडक्शन एंड लॉजिस्टिक्स) आंद्रेयास डिक ने कहा कि पुणे प्लांट में 5 लाख इंजन का निर्माण Volkswagen Group की वैश्विक निर्माण रणनीति में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि टेक्नोलॉजी और वर्कफोर्स डेवलपमेंट में किए गए निरंतर निवेश ने SAVWIPL के उत्पादन की गुणवत्ता और कॉस्ट-इफेक्टिवनेस को बढ़ाने में मदद की है। भारत का एडवांस मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम और स्किल्ड वर्कफोर्स उच्च गुणवत्ता वाले पॉवरट्रेन सॉल्युशंस की बढ़ती वैश्विक मांग को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
मेड-इन-इंडिया इंजनों की सफलता
Skoda Auto Volkswagen India के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ पीयूष अरोड़ा ने बताया कि 2014 से अब तक कंपनी ने पावरट्रेन मैन्युफैक्चरिंग में लोकलाइजेशन और इनोवेशन पर लगातार काम किया है। उन्होंने यह भी कहा कि SAVWIPL की निर्माण रणनीति भारतीय ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई चेन इकोसिस्टम को सशक्त बनाने पर केंद्रित है। उन्होंने बताया कि SAVWIPL भविष्य में भी भारत को एक ग्लोबल ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने के लिए निवेश करना जारी रखेगा।