मनीषा शर्मा। राजस्थान में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर द्वारा आदिवासियों के डीएनए टेस्ट को लेकर दिए गए बयान के बाद प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई है। दिलावर के बयान पर भले ही उन्होंने यू-टर्न ले लिया हो, लेकिन इसके बावजूद सियासी गलियारों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।
विवाद की शुरुआत
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने आदिवासियों के डीएनए टेस्ट के बारे में बयान दिया, जिसके बाद विवाद उत्पन्न हो गया। इस बयान के जवाब में डूंगरपुर-बांसवाड़ा से भारत आदिवासी पार्टी के सांसद राजकुमार रोत ने शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री को डीएनए टेस्ट के लिए ब्लड सेम्पल, नाखून एवं बाल के नमूने भेजने की बात कही।
कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा की प्रतिक्रिया
सांसद राजकुमार रोत के बयान पर प्रदेश के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने तीखी प्रतिक्रिया दी। अपने सवाई माधोपुर दौरे के दौरान उन्होंने कहा कि कुछ लोग राजनीतिक फायदा उठाने के लिए इस तरह के अनर्गल बयान देते हैं, जिनका कोई मतलब नहीं है। मीणा ने जोर देकर कहा कि हम सब सनातनी हैं और हिन्दू हैं। हालांकि, जब मीडिया ने उनसे शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के बयान के बारे में पूछा, तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया और कार का शीशा चढ़ाकर चले गए।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
शिक्षा मंत्री के बयान और उसके बाद की प्रतिक्रियाओं ने प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है। विभिन्न नेताओं और पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इससे प्रदेश में राजनीतिक माहौल गरम हो गया है और जनता के बीच भी चर्चा का विषय बना हुआ है।