शोभना शर्मा। राजस्थान के टोंक जिले के युवा फिल्म निर्माता, निर्देशक और अभिनेता शहंशाह सूरी खान ने एक बार फिर टोंक का नाम रोशन किया है। उनकी 45 मिनट की शॉर्ट फिल्म “व्हाय डिड आई कमिटेड सुसाइड” ने 17वें जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 2025 में स्पेशल जूरी मेंशन अवॉर्ड जीता है। खास बात यह है कि इस फिल्म को मोबाइल फोन के माध्यम से शूट किया गया था। यह फिल्म न केवल टोंक, बल्कि भारत के फिल्म जगत के लिए भी गर्व का विषय बन गई है। इसे छह देशों की 271 फिल्मों में से नॉमिनेट किया गया और यह फिल्म जूरी के बीच अपनी विशेष पहचान बनाने में कामयाब रही।
फिल्म का उद्देश्य और संदेश
फिल्म “व्हाय डिड आई कमिटेड सुसाइड” एक सामाजिक संदेश देती है। यह कहानी एक ऐसे युवा की है जो अपने परिवार की इच्छाओं को पूरा करने के दबाव में गलत सब्जेक्ट का चयन करता है। अपने सपनों को दमन करने के बाद वह धीरे-धीरे मानसिक तनाव का शिकार हो जाता है और नशे की लत में फंस जाता है। नशे की लत उसे चकाचौंध भरी मुंबई की गलियों में भटकने पर मजबूर कर देती है। अपनी परेशानियों से उबरने में असमर्थ होकर वह आत्महत्या जैसा कदम उठाने की सोचता है। इस फिल्म में नशे और आत्महत्या जैसी गंभीर समस्याओं के समाधान पर भी प्रकाश डाला गया है। यह बताती है कि कैसे सही मार्गदर्शन और परिवार का साथ एक व्यक्ति को इन कठिनाइयों से बाहर ला सकता है।
फिल्म निर्माण और उपलब्धियां
शहंशाह सूरी खान, जो असल में टोंक के 22 वर्षीय शादाब खान हैं, ने इस फिल्म के निर्देशक, लेखक, संपादक, निर्माता और मुख्य अभिनेता की भूमिका निभाई। यह फिल्म उनकी दूरदृष्टि और जुनून का प्रमाण है। इससे पहले भी उनकी फिल्मों ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पहचान बनाई थी। पिछले साल उनकी एक अन्य फिल्म ने दो अंतरराष्ट्रीय अवॉर्ड जीते थे। फिल्म की सफलता का बड़ा कारण इसकी वास्तविकता और दर्शकों के साथ जुड़ने की क्षमता है। जूरी ने इस फिल्म की विषयवस्तु और संदेश को काफी सराहा।
फेस्टिवल में फिल्म का प्रदर्शन
जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 2025, जो 17 जनवरी से 21 जनवरी तक आयोजित हुआ, में 71 देशों की 2408 फिल्मों ने भाग लिया। इनमें से 271 फिल्मों को नामांकन मिला, जिनमें “व्हाय डिड आई कमिटेड सुसाइड” भी शामिल थी। इस फिल्म को शनिवार को गति इनॉक्स थिएटर में सुबह 9 से 12 बजे के बीच प्रदर्शित किया गया।
टीम और सहयोगी कलाकार
इस फिल्म में शहंशाह सूरी खान के साथ कई अन्य कलाकारों ने भी अहम भूमिकाएं निभाई हैं। सह-कलाकारों में सोहेल खान सूरी, नायाब पठान सूरी, ट्यूबा खान सूरी, नाजिश खान, सलमान राशिद खान, जितेंद्र वर्मा, हस्सान खान, विनीत राजा, अदनान खान, और कई अन्य शामिल हैं। इन सभी ने फिल्म को जीवंत बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
जयपुर फिल्म फेस्टिवल में देश-विदेश की भागीदारी
इस फेस्टिवल में देश-विदेश के कई बड़े निर्देशकों और निर्माताओं ने भाग लिया। 71 देशों की 2408 फिल्मों में से चुनी गई 271 फिल्मों में शामिल होना और फिर अवॉर्ड जीतना शहंशाह सूरी खान और उनकी टीम के लिए बड़ी उपलब्धि है।
भविष्य की योजनाएं
शहंशाह सूरी खान ने इस फिल्म की सफलता के बाद अपनी आगामी परियोजनाओं पर काम शुरू कर दिया है। उनका उद्देश्य है कि समाज की समस्याओं को फिल्मों के माध्यम से उजागर किया जाए और लोगों को जागरूक किया जाए।