शोभना शर्मा। भारतीय शेयर बाजार ने आज सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सपाट शुरुआत की थी, लेकिन धीरे-धीरे बाजार ने रफ्तार पकड़ी और शानदार तेजी देखने को मिली। दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद सेंसेक्स 555 अंक चढ़कर 80,364 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 198 अंक की मजबूती के साथ 24,625 पर बंद हुआ। इसी तरह बैंक निफ्टी 346 अंक की बढ़त के साथ 54,002 पर बंद हुआ।
सुबह सपाट ओपनिंग लेकिन दिनभर रही तेजी
सुबह बाजार ने बहुत ज्यादा उत्साहजनक शुरुआत नहीं की थी। सेंसेक्स केवल 19 अंक की बढ़त के साथ 79,828 पर खुला, निफ्टी 6 अंक चढ़कर 24,432 पर और बैंक निफ्टी 3 अंक की मामूली बढ़त के साथ 53,658 पर खुला। रुपये ने भी डॉलर के मुकाबले 88.17 की सपाट शुरुआत की। शुरुआती घंटों में ही सेंसेक्स 300 अंक से ज्यादा उछल गया। सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो आज ऑटो, आईटी और मेटल सेक्टर ने बाजार को मजबूती दी। इन सेक्टर्स का निफ्टी इंडेक्स 1% से ज्यादा की तेजी के साथ बंद हुआ। हालांकि, निफ्टी रियल्टी इंडेक्स लाल निशान में रहा।
भारतीय अर्थव्यवस्था ने दिखाई मजबूती
मार्केट में आई इस तेजी के पीछे भारत की मजबूत जीडीपी ग्रोथ का बड़ा योगदान रहा। अप्रैल-जून तिमाही (Q1) के आंकड़े उम्मीद से कहीं बेहतर आए हैं। देश की जीडीपी 7.8 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ी, जो पिछले 5 क्वार्टर की सबसे तेज़ वृद्धि है। सरकार और एक्सपर्ट्स ने 6.5 प्रतिशत का अनुमान जताया था, लेकिन वास्तविक आंकड़े इससे कहीं ज्यादा निकले। यह आंकड़े बताते हैं कि घरेलू खपत, सरकारी खर्च और उद्योगों की मजबूती ने अर्थव्यवस्था को रफ्तार दी है। इसका असर सीधे तौर पर शेयर बाजार और निवेशकों के भरोसे पर देखने को मिला।
अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर भारत की सक्रियता
विदेशी मोर्चे पर भी भारत सक्रिय रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने माना कि रिश्तों को मजबूत करने के लिए भरोसा, आपसी सम्मान और संवेदनशीलता बेहद जरूरी है। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मिलने वाले हैं। पुतिन ने दिसंबर में भारत दौरे का ऐलान किया है। यह मुलाकात ऊर्जा, डिफेंस और व्यापार के क्षेत्र में नए समझौतों का रास्ता खोल सकती है।
अमेरिका से आई बड़ी खबर
अमेरिका से भी एक अहम खबर सामने आई। वहां की अपील्स कोर्ट ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ट्रेड पॉलिसी को बड़ा झटका दिया। कोर्ट ने कहा कि ट्रंप द्वारा लगाए गए ज्यादातर टैरिफ गैरकानूनी हैं। इस फैसले का असर अमेरिकी कंपनियों और वैश्विक व्यापार दोनों पर पड़ेगा। हालांकि, अमेरिकी शेयर बाजारों पर इसका तुरंत असर देखने को मिला। शुक्रवार को लगातार तीन दिन की तेजी के बाद बाजार फिसल गए। डाओ जोंस करीब 90 अंक टूटा, जबकि टेक शेयरों में भारी बिकवाली की वजह से नैस्डैक 250 अंक गिरा।
सोना-चांदी ने बनाया रिकॉर्ड
कमोडिटी मार्केट में भी आज बड़े रिकॉर्ड बने। घरेलू बाजार में सोना पहली बार 1,04,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर गया। वहीं, चांदी 1,20,900 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई, जो ऑल टाइम हाई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 3,530 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ, जिसके बाद हल्की मुनाफावसूली देखने को मिली। चांदी ढाई प्रतिशत चढ़कर 14 साल की ऊंचाई 41 डॉलर के करीब पहुंच गई। हालांकि कच्चा तेल थोड़ी कमजोरी के साथ 68 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गया।
विदेशी और घरेलू निवेशकों की रणनीति
विदेशी निवेशकों (FIIs) ने शुक्रवार की गिरावट में कैश मार्केट से 8,300 करोड़ की बिकवाली की। कुल मिलाकर उन्होंने 7,940 करोड़ रुपए निकाले। इसके उलट घरेलू फंड्स (DIIs) ने जबरदस्त खरीदारी की और करीब 11,500 करोड़ लगाए। यह 7 अप्रैल के बाद सबसे बड़ी घरेलू खरीद है। इससे साफ है कि जहां ग्लोबल इन्वेस्टर्स सतर्क हैं, वहीं घरेलू निवेशकों का भरोसा बरकरार है।
कॉरपोरेट मोर्चे से आई बड़ी खबरें
कॉरपोरेट सेक्टर से भी अहम डील्स सामने आई हैं। Zydus Wellness ने ब्रिटेन की कंपनी Comfort Click को 2,847 करोड़ रुपए में खरीदने का ऐलान किया। यह कंपनी का पहला विदेशी अधिग्रहण है और इससे उसे अंतरराष्ट्रीय बाजार में मजबूती मिलेगी। इसके अलावा, Indian Highways Management Company ने ICICI बैंक के साथ करार किया है, जिसके तहत देश का पहला मल्टी-लेन फ्री फ्लो टोलिंग सिस्टम शुरू किया जाएगा। यह व्यवस्था टोल टैक्स कलेक्शन की तस्वीर बदल सकती है और यात्रियों की परेशानी काफी कम कर सकती है।