मनीषा शर्मा। कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने गुरुवार को जयपुर स्थित अपने आवास पर मीडिया से बातचीत के दौरान राज्य सरकार पर तीखे हमले किए। उन्होंने सरकार को “कई पावर सेंटर” में बंटी हुई बताते हुए इसे जनता के लिए नुकसानदायक करार दिया। पायलट ने कहा कि सरकार की नीतियों और निर्णयों में स्पष्टता का अभाव है, जिससे आम जनता में गहरी नाराजगी और भ्रम की स्थिति है।
“सरकार के निर्णयों से जनता में आक्रोश”
सचिन पायलट ने कहा, “सरकार को एक साल हो गया है, लेकिन इस दौरान लिए गए निर्णयों ने जनता को निराश किया है। पिछली बार गठित किए गए नए जिलों को निरस्त कर दिया गया, जिससे लोगों में गुस्सा बढ़ा है।” उन्होंने कहा कि सरकार के निर्णय जनता की आकांक्षाओं के विपरीत हैं, और यही वजह है कि राज्य में लोगों का विश्वास कम हो रहा है।
SI भर्ती और अन्य परीक्षाओं पर सवाल
पायलट ने SI भर्ती और अन्य परीक्षाओं के संदर्भ में राज्य सरकार की भूमिका पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “SI भर्ती परीक्षा हो या अन्य कोई भर्ती, सरकार की नीतियों में देरी और अनिर्णय ने युवाओं को हताश कर दिया है। भर्ती को लेकर मंत्री रद्द करने की बात करते हैं, वहीं सरकार कहती है कि ऐसा करना संभव नहीं। यह विरोधाभास जनता के लिए हानिकारक है।”
“कई पावर सेंटर बन चुके हैं”
पायलट ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार में कई पावर सेंटर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “मंत्री कुछ कहते हैं और सरकार कुछ और करती है। इस आंतरिक खींचतान के कारण जनता पीस रही है। सरकार को तुरंत अपनी नीतियों को स्पष्ट करना चाहिए ताकि जनता को राहत मिल सके।”
“जनता के मुद्दों को मजबूती से उठाया जाएगा”
सचिन पायलट ने कहा कि वे सदन के अंदर जनता के मुद्दों को मजबूती से उठाएंगे। उन्होंने सरकार से जवाब मांगने की बात कही। “हम सरकार को उसकी नीतियों और निर्णयों के लिए जवाबदेह ठहराएंगे। जनता के आक्रोश और भ्रम को लेकर हमारी जिम्मेदारी है कि हम सवाल पूछें।”
राजनीतिक हलचल तेज
पायलट के इन बयानों से राज्य की सियासत में हलचल तेज होने की संभावना है। उनके आरोपों से जहां विपक्ष को सरकार को घेरने का मौका मिलेगा, वहीं जनता और राजनीतिक विश्लेषक सरकार के जवाब का इंतजार कर रहे हैं।
“सरकार पूरी तरह कन्फ्यूज है”
उन्होंने सरकार पर कन्फ्यूजन का आरोप लगाते हुए कहा कि फैसलों में देरी और उनकी अस्पष्टता ने राज्य की जनता को निराश किया है। “राज्य में कई मुद्दों पर सरकार का रुख स्पष्ट नहीं है। यह स्थिति जनता के लिए हानिकारक है।”