शोभना शर्मा। राजस्थान की राजनीति और समाज में गहरी छाप छोड़ने वाले दिवंगत पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी को आज जैसलमेर के मोहनगढ़ में भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट विशेष रूप से वहां पहुंचे और कर्नल चौधरी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। पायलट ने शोकाकुल परिवार से मुलाकात की और उन्हें ढांढस बंधाते हुए कहा कि कर्नल साहब का जाना केवल परिवार का ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश और समाज का बड़ा नुकसान है।
साधारण किसान परिवार से लेकर सेना तक का सफर
मीडिया से बातचीत करते हुए सचिन पायलट ने कर्नल चौधरी के जीवन को याद करते हुए कहा कि उनका जन्म एक साधारण किसान परिवार में हुआ था। कठिन परिस्थितियों और मेहनत से उन्होंने सेना में भर्ती होकर देश की सेवा की। सेना में उनका सफर प्रेरणादायक रहा और सेवानिवृत्ति के बाद भी उन्होंने चैन की जिंदगी न चुनकर किसानों और गरीबों की सेवा का रास्ता अपनाया। राजनीति में कदम रखने के बाद वे कई बार विधानसभा और लोकसभा के लिए चुने गए और जनता के हितों की लड़ाई लड़ी।
दबंग और साफ छवि वाले नेता
सचिन पायलट ने कर्नल चौधरी को याद करते हुए कहा कि वे एक दबंग नेता थे। अपनी बात को बेबाकी से कहना उनकी पहचान थी। वे कभी दबाव में नहीं आते थे और जनता से किए वादों को पूरा करने के लिए संघर्ष करते थे। उनकी यही दबंग और ईमानदार छवि उन्हें राजस्थान की राजनीति में अलग पहचान दिलाती थी। सचिन पायलट ने कहा कि आज पूरे संभाग में लोग उन्हें भावुक होकर याद कर रहे हैं।
किसान और जवान की आवाज
कर्नल चौधरी हमेशा किसानों और जवानों की आवाज उठाने के लिए जाने जाते थे। सचिन पायलट ने कहा कि चाहे संसद हो या विधानसभा, उन्होंने किसानों की समस्याओं और जवानों के मुद्दों को पूरी ताकत से उठाया। उनकी प्राथमिकता हमेशा ग्रामीण और सीमावर्ती इलाकों के विकास पर रहती थी। यही कारण था कि जनता उन्हें बेहद सम्मान और विश्वास की नजर से देखती थी।
परिवार से पुराने रिश्ते
पायलट ने कहा कि कर्नल साहब का उनके परिवार से भी पुराना रिश्ता रहा है। उनकी सरलता और अपनापन हर किसी को प्रभावित करता था। सचिन पायलट ने यह भी कहा कि वे हमेशा मुस्कुराते रहते थे और अपने विचार रखने में कभी झिझकते नहीं थे।
लंबा और भरपूर जीवन
सचिन पायलट ने भावुक स्वर में कहा कि कर्नल सोनाराम चौधरी ने 80 वर्ष से अधिक का लंबा और भरपूर जीवन जिया। इस पूरे जीवनकाल में वे हमेशा सक्रिय, ऊर्जावान और संघर्षशील बने रहे। उन्होंने कहा कि “कर्नल साहब का जाना हम सबके लिए एक अपूरणीय क्षति है। वे न केवल एक जननेता थे, बल्कि किसानों और जवानों के सच्चे हितैषी भी थे।”
मौजूद रहे बड़े नेता और कार्यकर्ता
इस मौके पर बड़ी संख्या में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। बायतु विधायक हरीश चौधरी, सांसद उमेद राम बेनीवाल, पूर्व मंत्री सालेह मोहम्मद समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने श्रद्धांजलि दी। सभी ने एक स्वर में कहा कि कर्नल साहब का योगदान राजस्थान की राजनीति और समाज के लिए हमेशा याद किया जाएगा।
संभाग और जिले के विकास में योगदान
कर्नल चौधरी ने न केवल राजनीति की बल्कि अपने क्षेत्र के विकास में भी अहम भूमिका निभाई। सचिन पायलट ने कहा कि उनके प्रयासों से जिले और संभाग में कई विकास कार्य हुए। उन्होंने सीमावर्ती इलाकों की समस्याओं को हमेशा गंभीरता से उठाया और स्थानीय जनता की आवाज को सरकार तक पहुंचाया।
श्रद्धांजलि और उम्मीद
सचिन पायलट ने परिजनों से मिलते हुए उन्हें यह भरोसा दिलाया कि पूरा समाज और पार्टी उनके साथ है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है परिवार और समर्थक कर्नल साहब के नाम और उनके विचारों को आगे लेकर जाएंगे। पायलट ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि “हम सबको मिलकर उनके अधूरे सपनों को पूरा करना है। यही उनके प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।”