शोभना शर्मा। राजस्थान की राजनीति में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने इस बार अपना जन्मदिन चित्तौड़गढ़ जिले के मशहूर सांवलिया सेठ मंदिर में मनाया। परंपरागत तरीके से धोग लगाकर उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना की और प्रदेश की खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर उनके समर्थकों के काफिले मंदिर परिसर तक पहुंचे और पूरे इलाके में राजनीतिक माहौल गर्मा गया। सचिन पायलट ने मंदिर प्रांगण में आयोजित सभा को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि जीवन संघर्ष का नाम है। उन्होंने प्रतीकात्मक अंदाज में कहा, “काले घने बादल हैं तो बारिश भी होगी और बादल भी छंटेंगे। यही जीवन का सत्य है और यही राजनीति का भी अनुभव है।”
विपक्ष में जिम्मेदारी और संघर्ष
पायलट ने साफ कहा कि जब कोई दल विपक्ष में होता है तो उसकी जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। उन्होंने कार्यकर्ताओं और युवाओं से आह्वान करते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा से संघर्ष और सेवा की राजनीति करती आई है और आगे भी इसी राह पर चलेगी। उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में युवाओं को नशे से बचाना बेहद जरूरी है और इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार दोनों को गंभीर कदम उठाने होंगे।
“यहां तस्वीर बनाने या तोड़ने नहीं आया”
अपने संबोधन के दौरान पायलट ने स्पष्ट किया कि वे यहां किसी राजनीतिक तस्वीर को बनाने या तोड़ने नहीं आए, बल्कि अपनी आस्था के अनुसार सांवलिया सेठ के दरबार में धोग लगाने पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि जिनकी आस्था सांवलिया सेठ में है, वे सब उनके साथ हैं।
अतिवृष्टि और राहत की मांग
प्रदेश में हाल ही में हुई अतिवृष्टि और बाढ़ जैसी स्थितियों पर पायलट ने चिंता जताई। उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों को तुरंत राहत और मुआवजा मिलना चाहिए। उन्होंने मौजूदा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राहत कार्यों में देरी और अफसरशाही हावी होने के कारण जनता परेशान है।
कांग्रेस की वापसी का दावा
अपने संबोधन में पायलट ने दावा किया कि कांग्रेस आने वाले विधानसभा चुनाव में सवा तीन साल बाद प्रचंड बहुमत से सत्ता में वापसी करेगी। उन्होंने कहा कि जनता कांग्रेस पर भरोसा करती है क्योंकि यह पार्टी हर हाल में जनता के बीच रहती है और उनकी उम्मीदों को पूरा करने का प्रयास करती है।
“संघर्ष कांग्रेस की पहचान है”
पायलट ने अपने भाषण में कांग्रेस की परंपरा और संघर्ष की भावना को रेखांकित करते हुए कहा, “संघर्ष कांग्रेस की पहचान है और यह पार्टी हमेशा जनता के लिए लड़ती आई है। मौजूदा सरकार पौने दो साल से सत्ता में है, लेकिन हालात जस के तस बने हुए हैं। अफसरशाही हावी है और कामकाज ठप पड़ा है।” उन्होंने कार्यकर्ताओं को संदेश दिया कि कांग्रेस का हर कार्यकर्ता जनता की आवाज बने और उनके मुद्दों को उठाए।
“36 कौम का आशीर्वाद मिला”
सभा में पायलट ने यह भी कहा कि आज उन्हें 36 कौम के लोगों का आशीर्वाद मिला है। उन्होंने कहा कि यही आशीर्वाद और जनता की ताकत कांग्रेस को आने वाले चुनाव में सफलता दिलाएगी। पायलट ने कहा कि कांग्रेस जनता के बीच भरोसे के साथ काम करती है, जबकि मौजूदा सरकार केवल अफसरशाही और लापरवाही में उलझी है।
जनता की उम्मीदों का प्रतिनिधित्व
अपने संबोधन के अंत में पायलट ने कहा कि कांग्रेस जनता की उम्मीदों का प्रतिनिधित्व करती है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि सांवलिया सेठ की कृपा और समाज का आशीर्वाद कांग्रेस के साथ है, इसलिए आने वाले समय में बदलाव निश्चित है।
कार्यकर्ताओं में नया जोश
सचिन पायलट का जन्मदिन समारोह महज धार्मिक और व्यक्तिगत कार्यक्रम नहीं रहा, बल्कि यह कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बना। बड़ी संख्या में जुटे समर्थकों ने नारेबाजी कर अपने नेता के प्रति आस्था और समर्थन जताया। पायलट ने भी कार्यकर्ताओं को भरोसा दिलाया कि कांग्रेस संघर्ष और सेवा की राह पर चलकर जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेगी।