मनीषा शर्मा। राजस्थान के नागौर जिले में हुए चर्चित कारोबारी हत्या कांड में बड़ा प्रशासनिक एक्शन देखने को मिला है। कुचामन में कारोबारी रमेश रूलानिया की गोली मारकर हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कुचामन थाने के 15 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है। यह कदम तब उठाया गया जब घटना के सात दिन बीतने के बावजूद भी मुख्य आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। इस कार्रवाई ने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी है और पुलिस की भूमिका को लेकर कई तरह के सवाल उठने लगे हैं।
घटना के बाद पुलिस पर सवाल
इस हत्याकांड के बाद से ही पुलिस की कार्रवाई को लेकर आमजन में गहरा आक्रोश है। लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि जब वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों की तस्वीरें सार्वजनिक की जा चुकी हैं, तब भी उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया। पुलिस ने अब तक केवल सह आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि मुख्य आरोपी फरार हैं। यही वजह है कि पुलिस पर लापरवाही और कार्रवाई में ढिलाई के आरोप लग रहे हैं।
मौके पर पहुंचे एडीजी क्राइम
घटना के बाद पुलिस महकमे ने इसे गंभीरता से लेते हुए दिनेश एमएन (एडीजी क्राइम) को मौके पर भेजा। एडीजी क्राइम ने स्वयं कुचामन पहुंचकर घटना स्थल का मुआयना किया था। उन्होंने स्थानीय अधिकारियों को सख्त निर्देश भी दिए थे कि मुख्य आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। बावजूद इसके, घटना के सात दिन बीत जाने के बाद भी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ सके हैं।
मुख्य आरोपी अब भी फरार
पुलिस की ओर से जिन आरोपियों की तस्वीरें जारी की गई हैं, उनमें गणपत गुर्जर, धर्मेन्द्र गुर्जर, महेश गुर्जर और जुबेर अहमद के नाम शामिल हैं। ये चारों अब भी फरार हैं। वारदात के बाद से ही इन आरोपियों की तलाश में पुलिस की कई टीमें जुटी हुई हैं, लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। वहीं, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक पोस्ट में तीन लोगों को पुलिस की गिरफ्त में होने का दावा किया गया है, लेकिन इस पर पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
15 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर, अधिकारी यथावत
मुख्य आरोपियों के फरार रहने और कार्रवाई में देरी को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने बड़ा कदम उठाते हुए कुचामन थाने के 15 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है। हालांकि सीओ अरविंद विश्नोई और थाने के सीआई सतपाल सिंह को फिलहाल पद पर यथावत रखा गया है। इस फैसले से साफ है कि विभाग अब मामले में सख्ती दिखाना चाहता है और लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगा।
पुलिस का बयान
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि रूलानिया हत्याकांड में मुख्य आरोपियों को पकड़ने के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं। विभिन्न इलाकों में दबिश दी जा रही है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सह आरोपियों से पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिली हैं, जिनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
जनआक्रोश और बढ़ा दबाव
रमेश रूलानिया हत्याकांड ने नागौर क्षेत्र में कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय व्यापारियों और आम नागरिकों में पुलिस की कार्रवाई को लेकर गहरा असंतोष है। लोगों का कहना है कि जब एडीजी स्तर के अधिकारी मौके पर आ चुके हैं और जांच भी तेज की गई है, फिर भी आरोपियों का फरार रहना चिंताजनक है। व्यापारिक संगठनों ने भी प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।