शोभना शर्मा। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSSB) की ओर से आयोजित होने वाली ग्राम विकास अधिकारी (VDO) भर्ती परीक्षा 2025 की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। यह परीक्षा 2 नवंबर को राज्यभर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा के तहत 850 पदों के लिए कुल 5 लाख 40 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है, जिससे प्रत्येक पद के लिए औसतन 635 उम्मीदवारों के बीच प्रतिस्पर्धा होगी।
इस परीक्षा को लेकर बोर्ड ने कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं ताकि अभ्यर्थियों को सुविधा मिल सके और परीक्षा की पारदर्शिता बनी रहे। बोर्ड के चेयरमैन मेजर जनरल आलोक राज (सेवानिवृत्त) ने परीक्षा की तैयारियों और नए नवाचारों के बारे में जानकारी दी है।
परीक्षा एक ही पारी में होगी आयोजित
पहले यह परीक्षा दो पारियों में आयोजित की जानी थी, लेकिन अभ्यर्थियों की लगातार मांग पर बोर्ड ने इसे एक ही पारी (Single Shift) में आयोजित करने का निर्णय लिया है। चेयरमैन आलोक राज ने बताया कि दो पारियों में परीक्षा कराने पर नॉर्मलाइजेशन (Normalization) की प्रक्रिया अपनानी पड़ती थी, जिससे कई बार अभ्यर्थियों को कठिनाई होती थी।
बोर्ड ने छात्रों के हित में इस प्रक्रिया को समाप्त करते हुए परीक्षा को एक ही पारी में सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक आयोजित करने का निर्णय लिया है। इस बदलाव से दूरदराज के इलाकों से आने वाले अभ्यर्थियों को भी राहत मिलेगी, क्योंकि उन्हें सुबह जल्दी यात्रा नहीं करनी पड़ेगी।
परीक्षा केंद्र खोजने की नई सुविधा शुरू
परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में अभ्यर्थियों को होने वाली परेशानी को ध्यान में रखते हुए बोर्ड ने एक नई डिजिटल सुविधा शुरू की है। अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र (Admit Card) के साथ एक स्पेशल लिंक या बटन उपलब्ध कराया जाएगा, जिसे क्लिक करने पर उम्मीदवार अपने परीक्षा केंद्र की जानकारी ऑनलाइन प्राप्त कर सकेंगे।
यह सुविधा अभी 6 बड़े जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई है। फिलहाल इसमें गूगल लोकेशन या फोटो उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन बस स्टैंड या रेलवे स्टेशन से परीक्षा केंद्र तक की दिशा, मार्ग और समय जैसी आवश्यक जानकारी इसमें दी जाएगी। बोर्ड का मानना है कि इससे अभ्यर्थियों को परीक्षा दिवस पर काफी सुविधा होगी।
प्रवेश पत्र 30 अक्टूबर, 2025 को आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किए जाएंगे। अभ्यर्थियों को सलाह दी गई है कि वे परीक्षा से संबंधित सभी दिशा-निर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर ही केंद्र पर पहुंचे।
ड्रेस कोड पर RSSB चेयरमैन के स्पष्ट निर्देश
बोर्ड चेयरमैन मेजर जनरल आलोक राज ने ड्रेस कोड को लेकर सभी केंद्राधीक्षकों (Centre Superintendents) को सख्त निर्देश दिए हैं कि किसी भी अभ्यर्थी को ड्रेस कोड के कारण परीक्षा से वंचित न किया जाए।
उन्होंने कहा कि कुछ मामलों में परीक्षाओं में ड्रेस कोड को लेकर विवाद या भ्रम की स्थिति बन जाती है, इसलिए बोर्ड ने इस बार स्पष्ट किया है कि केंद्राधीक्षक अपने स्तर पर उचित निर्णय ले सकते हैं। बोर्ड ने कर्मचारियों को इस संबंध में प्रशिक्षण भी दिया है ताकि किसी उम्मीदवार के साथ अनुचित व्यवहार न हो।
आलोक राज ने कहा कि “हम नहीं चाहते कि किसी छात्र का सालभर की मेहनत सिर्फ ड्रेस कोड की वजह से व्यर्थ चली जाए। हर केंद्र पर कर्मचारियों को संवेदनशील और सहयोगी रवैया अपनाने का निर्देश दिया गया है।”
बोर्ड का उद्देश्य: पारदर्शिता और अभ्यर्थियों की सुविधा
बोर्ड की ओर से किए गए इन नवाचारों का उद्देश्य परीक्षा प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और अभ्यर्थी-हितैषी बनाना है। सिंगल शिफ्ट परीक्षा, एडमिट कार्ड में लोकेशन सुविधा, और ड्रेस कोड में लचीलापन जैसे कदम इस दिशा में बड़ा सुधार हैं।
चेयरमैन ने यह भी बताया कि परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है और सभी केंद्रों पर सीसीटीवी निगरानी होगी। इसके साथ ही, मोबाइल फोन, ब्लूटूथ या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर सख्त प्रतिबंध रहेगा।


