मनीषा शर्मा। राजस्थान की राजनीति में कांग्रेस और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और पूर्व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने केंद्र सरकार और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि एनजीओ को फंडिंग देकर स्कूली बच्चों का ब्रेनवॉश किया जा रहा है और उन पर बीजेपी-आरएसएस की विचारधारा थोपने की कोशिश हो रही है। डोटासरा ने यह बात जयपुर में जवाहर बाल मंच के तीन दिवसीय ट्रेनिंग कैंप के उद्घाटन समारोह के दौरान कही।
शिक्षा मंत्री रहते सामने आया मामला
डोटासरा ने कहा कि जब वे राजस्थान के शिक्षा मंत्री थे, तब उनके पास एक एनजीओ का प्रस्ताव आया था। इस एनजीओ ने दावा किया कि वे 10वीं से 12वीं कक्षा तक के बच्चों को मुफ्त में विशेष शिक्षा देंगे, उनके अध्याय समझाएंगे और उनकी “आइडियोलॉजी” को लाइव प्रसारण के जरिए लोगों तक पहुंचाएंगे।
उन्होंने बताया कि इस दौरान उन्होंने सवाल किया कि केवल 10वीं से 12वीं कक्षा तक के बच्चों को ही क्यों चुना गया? आखिर क्यों छोटी कक्षाओं के बच्चों को इसमें शामिल नहीं किया गया? डोटासरा का आरोप है कि असल मकसद वोटर बनने वाले किशोरों का “ब्रेनवॉश” करना था।
तीन-चार साल बाद वोटर बनने वालों का ब्रेनवॉश
डोटासरा ने आगे कहा कि एनजीओ का मकसद साफ था—जो बच्चे आने वाले तीन-चार सालों में वोटर बनने वाले हैं, उनका माइंडवॉश करना। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि एक बच्ची ने बाद में आकर उनसे कहा कि उन्होंने बिल्कुल सही पहचाना। केंद्र सरकार की ओर से फंडिंग पाकर यह एनजीओ खास विचारधारा को बच्चों के मन में बैठाने की कोशिश कर रहा था।
डोटासरा ने कहा कि वोट के लिए बच्चों का माइंडवॉश करना गलत है। उन्होंने कहा कि देश के निर्माण के लिए बच्चों की सोच विकसित होनी चाहिए, लेकिन उसे राजनीतिक विचारधारा के आधार पर सीमित करना खतरनाक है।
अंग्रेजी भाषा और ग्लोबलाइजेशन पर टिप्पणी
डोटासरा ने गृह मंत्री के उस बयान पर भी पलटवार किया जिसमें उन्होंने कहा था कि अंग्रेजी बोलने वालों को शर्म आनी चाहिए और मातृभाषा में शिक्षा दी जानी चाहिए। डोटासरा ने कहा कि मातृभाषा तो घर की भाषा होती है, लेकिन अंग्रेजी आज की वैश्विक भाषा है। ग्लोबलाइजेशन के इस दौर में बच्चों के लिए अंग्रेजी सीखना जरूरी है, वरना वे प्रतिस्पर्धा में पीछे रह जाएंगे।
बच्चों को सही इतिहास की जानकारी जरूरी
डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने अपने कार्यकाल में स्कूली पाठ्यक्रम को अपडेट किया था। उसमें स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आजादी के बाद तक की महत्वपूर्ण घटनाओं और नेताओं के योगदान का ब्यौरा शामिल किया गया। उनका कहना था कि बच्चों को सही इतिहास की जानकारी मिलनी चाहिए, न कि संकीर्ण विचारधारा से उनका माइंडवॉश किया जाए।
उन्होंने कहा कि केवल लाल किले से दिए गए भाषणों के आधार पर बच्चों की सोच बनाना खतरनाक है। बच्चों को सही घटनाओं और सही इतिहास से अवगत कराना चाहिए, ताकि उनकी सोच व्यापक हो और वे देश के विकास में सकारात्मक योगदान दे सकें।
कांग्रेस बनाम बीजेपी का नया विवाद
डोटासरा ने साफ कहा कि राजस्थान का कोई भी नागरिक इस तरह के प्रयासों को स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि बच्चों का ब्रेनवॉश करके वोट बैंक बनाने की साजिश सफल नहीं होने दी जाएगी।