शोभना शर्मा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत रविवार से जोधपुर पहुंचे हैं। वे यहां 10 दिनों तक विभिन्न कार्यक्रमों और बैठकों में हिस्सा लेंगे। उनका प्रवास 10 सितंबर तक जारी रहेगा। इस दौरान संघ की कई महत्वपूर्ण छोटी-बड़ी बैठकों का आयोजन होगा, जिनमें देशभर से आए पदाधिकारी शामिल होंगे।
सबसे अहम बैठक 5 से 7 सितंबर तक आयोजित होने वाली अखिल भारतीय समन्वय बैठक होगी। यह बैठक हर साल आयोजित की जाती है और इसमें संघ प्रेरित 32 संगठनों के पदाधिकारी हिस्सा लेते हैं। इस बैठक का महत्व इसलिए और बढ़ जाता है क्योंकि इसमें आने वाले समय की रणनीति और नीतिगत निर्णय तय किए जाते हैं।
तीन दिवसीय अखिल भारतीय समन्वय बैठक
5, 6 और 7 सितंबर को होने वाली इस बैठक में संघ और उसके अनुषांगिक संगठनों से जुड़े नेता शामिल होंगे। पिछले साल यह बैठक पालक्काड (केरल) में आयोजित हुई थी और इस बार इसकी मेजबानी राजस्थान के जोधपुर को मिली है।
इस बैठक में राष्ट्रीय एकात्मता, सुरक्षा, सामाजिक दृष्टिकोण और संगठनात्मक कार्यों पर गहन मंथन होगा। साथ ही हाल ही में हुए घटनाक्रमों पर विचार-विमर्श कर आगामी कार्ययोजना तैयार की जाएगी।
रणनीतिक फैसलों पर चर्चा
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य विभिन्न संगठनों के बीच समन्वय और सहयोग को और मजबूत करना है। सभी संगठन अपने-अपने कार्यक्षेत्र में किए गए प्रयासों और उपलब्धियों की जानकारी प्रस्तुत करेंगे। इसके आधार पर भविष्य के लिए रणनीतिक फैसले लिए जाएंगे।
बैठक में यह भी तय किया जाएगा कि आने वाले वर्षों में संघ और उससे जुड़े संगठन किस तरह सामाजिक बदलाव, शिक्षा, कृषि, श्रमिकों, ग्रामीण विकास और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों पर काम करेंगे।
उपलब्धियों और योजनाओं की प्रस्तुति
अखिल भारतीय समन्वय बैठक का एक अहम हिस्सा यह भी होता है कि इसमें सभी संगठन अपने पिछले कार्यों का आकलन और भविष्य की योजनाओं को साझा करते हैं। इस बार विशेष रूप से संघ की शताब्दी वर्ष की तैयारियों पर चर्चा होगी।
सभी संगठनों से अपेक्षा की गई है कि वे संघ शताब्दी कार्यक्रमों में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें और समाज में व्यापक स्तर पर इसका संदेश पहुंचाएं।
महत्वपूर्ण पदाधिकारियों की मौजूदगी
इस बैठक में सरसंघचालक मोहन भागवत, माननीय सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, सभी 6 सह सरकार्यवाह और अन्य राष्ट्रीय पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।
इसके अलावा संघ प्रेरित संगठनों जैसे –
राष्ट्र सेविका समिति
वनवासी कल्याण आश्रम
विश्व हिन्दू परिषद
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP)
भारतीय जनता पार्टी (BJP)
भारतीय किसान संघ
विद्या भारती
भारतीय मजदूर संघ
के राष्ट्रीय अध्यक्ष, संगठन मंत्री और प्रमुख पदाधिकारी भी बैठक में हिस्सा लेंगे।
जोधपुर प्रवास का महत्व
मोहन भागवत का यह जोधपुर प्रवास कई मायनों में खास है। यहां न केवल अखिल भारतीय समन्वय बैठक होगी बल्कि अन्य बैठकों और विचार-मंथन सत्रों में भी वे हिस्सा लेंगे।
विशेषज्ञों का मानना है कि राजस्थान में आगामी महीनों में होने वाले राजनीतिक और सामाजिक बदलावों को देखते हुए इस बैठक की अहमियत और बढ़ जाती है।