शोभना शर्मा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत तीन दिवसीय प्रवास पर राजस्थान पहुंच रहे हैं। वे 26 मई रविवार शाम को नागौर आएंगे और 28 मई तक यहीं रुकेंगे। इस दौरान वे नागौर के शारदापुरम स्थित शारदा बालिका विद्यापीठ में चल रहे संघ के 20 दिवसीय ग्रीष्मकालीन कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर में शामिल होंगे। इस शिविर में राजस्थान भर से आए युवा स्वयंसेवक हिस्सा ले रहे हैं।
यह प्रशिक्षण शिविर 17 मई से 6 जून तक आयोजित किया गया है, जिसमें 40 वर्ष से कम उम्र के 284 स्वयंसेवक भाग ले रहे हैं। संघ के अखिल भारतीय वार्षिक योजना के तहत हर साल इस तरह के शिविर आयोजित किए जाते हैं, जिनका उद्देश्य स्वयंसेवकों का शारीरिक, मानसिक और वैचारिक विकास करना होता है। मोहन भागवत इस शिविर में स्वयंसेवकों को मार्गदर्शन देंगे और उनके साथ नियमित दिनचर्या में भी भाग लेंगे।
तीन दिन नागौर में रहेंगे मोहन भागवत
संघ के वर्ग सर्वाधिकारी हनुमान सिंह देवड़ा ने जानकारी दी कि सरसंघचालक मोहन भागवत 26 मई की शाम नागौर पहुंचेंगे और 28 मई तक प्रशिक्षण शिविर में ही रुकेंगे। वे शिविर की गतिविधियों का अवलोकन करेंगे और स्वयंसेवकों को संघ की विचारधारा, कार्यप्रणाली और समाज में उसकी भूमिका पर संबोधित भी करेंगे। यह पहला अवसर नहीं है जब भागवत नागौर आए हैं, इससे पहले भी वे दो बार इस प्रकार के शिविरों में हिस्सा ले चुके हैं।
कड़े सुरक्षा इंतजाम, 350 जवान तैनात
मोहन भागवत की यात्रा को ध्यान में रखते हुए नागौर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। प्रशासन ने शारदापुरम क्षेत्र में आने-जाने वाले सभी मार्गों पर बैरिकेड्स लगा दिए हैं और वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी गई है। सुरक्षा में 350 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, जिसमें एसपी स्तर के अधिकारी भी शामिल हैं।
शहर की सड़कों को साफ किया गया है और जो रास्ते मोहन भागवत के आवागमन के लिए तय किए गए हैं, वहां डामर की सड़कें बनाई जा रही हैं। विशेष रूप से अहिंसा सर्किल से लेकर हनुमान मंदिर होते हुए पूर्व सभापति के घर तक की सड़क को पुनर्निर्मित किया गया है। शारदा बालिका विद्यापीठ के आसपास के क्षेत्रों को नो व्हीकल ज़ोन घोषित किया गया है।
प्रशासन ने नहीं दी आधिकारिक जानकारी
हालांकि, पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मोहन भागवत की यात्रा पर कोई भी औपचारिक बयान देने से बचते नजर आ रहे हैं। लेकिन अंदरूनी तैयारियों और सुरक्षा व्यवस्था से यह स्पष्ट हो गया है कि संघ प्रमुख के दौरे को लेकर प्रशासन गंभीर है और कोई भी चूक नहीं होने देना चाहता।
शहरवासियों और संघ के कार्यकर्ताओं में इस दौरे को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है। स्थानीय संघ इकाइयों द्वारा भागवत के स्वागत की तैयारियां भी जोर-शोर से की जा रही हैं।
संघ के लिए अहम मानी जा रही है यह यात्रा
इस प्रशिक्षण शिविर को संघ की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इसमें राजस्थान भर के सभी जिलों से चुने गए युवा स्वयंसेवक भाग ले रहे हैं। इनमें से कई स्वयंसेवक आगे चलकर संगठन में प्रमुख भूमिका निभाएंगे। ऐसे में मोहन भागवत का मार्गदर्शन और उनकी उपस्थिति स्वयंसेवकों के मनोबल और विचारों को दृढ़ करने का कार्य करेगी।