मनीषा शर्मा, अजमेर। राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) में शुक्रवार को कर्मचारियों ने सचिव रामनिवास मेहता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। कर्मचारियों का आरोप है कि आयोग सचिव उनके साथ निरंकुश व्यवहार कर रहे हैं और उनकी बातों को सुनने से इनकार कर रहे हैं।
छुट्टी के दिन काम पर बुलाने का आरोप
कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सहित अन्य कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर शुक्रवार सुबह आयोग सचिव रामनिवास मेहता को ज्ञापन देने का प्रयास किया। कर्मचारियों का आरोप है कि सचिव ने उनकी बात सुने बिना उन्हें बाहर जाने के लिए कह दिया। इसके बाद सचिव स्वयं उनके खिलाफ नारेबाजी करते हुए बाहर आ गए और जयपुर के लिए रवाना हो गए। सचिव के जाने के बाद कर्मचारियों ने आयोग परिसर में धरना देना शुरू कर दिया।
कर्मचारियों ने शिकायत की है कि उन्हें छुट्टी के दिन भी काम पर बुलाया जाता है, लेकिन इसके बदले कोई अवकाश नहीं दिया जाता है। इसके अलावा, साप्ताहिक अवकाश के अलावा अन्य सभी तरह के अवकाश पर भी अनावश्यक रूप से रोक लगा दी गई है। जब कोई कर्मचारी आकस्मिक अवकाश के लिए अर्जी देता है, तो उसे कम से कम दो दिन पहले सूचित करने को कहा जाता है, जो कई बार आपात स्थितियों में संभव नहीं होता।
हतोत्साहित करने के आरोप
कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें प्रोत्साहित करने के बजाय हतोत्साहित किया जा रहा है। सेवा नियमों में कोई सकारात्मक संशोधन नहीं किए जा रहे हैं और आयोग में कई पद रिक्त हैं, जिन्हें भरने की प्रक्रिया को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। कर्मचारी संघ ने पहले भी कई बार रिक्त पदों को भरने के लिए ज्ञापन दिया था, लेकिन उस पर अब तक कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं हुई है।
इसके अलावा, कर्मचारियों को वीआरएस लेने की धमकी दी जाती है और 16 व 17 सीसी की चार्जशीट देने की कार्रवाई का डर दिखाया जाता है, जिसे अनुचित बताया गया है। कर्मचारियों का आरोप है कि सचिव की ओर से उन्हें हतोत्साहित किया जा रहा है, जबकि उनकी मांगें जायज हैं और उनकी समस्याओं का समाधान होना चाहिए।
सोमवार से कार्य बहिष्कार की चेतावनी
कर्मचारी संघ के नेताओं ने कहा है कि वे जल्द ही आरपीएससी अध्यक्ष कैलाश चंद मीना से मुलाकात करेंगे और अपनी समस्याओं को उनके समक्ष रखेंगे। यदि इसके बावजूद उनकी मांगों का समाधान नहीं होता है, तो सोमवार से कार्य बहिष्कार की घोषणा की जाएगी। कर्मचारी संघ का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा।
कर्मचारियों ने आरपीएससी सचिव रामनिवास मेहता पर आरोप लगाए हैं कि वह उनके अधिकारों की अनदेखी कर रहे हैं और उनके अवकाश के अधिकारों का उल्लंघन कर रहे हैं। कर्मचारी संघ के नेताओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यदि उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा नहीं किया गया, तो वे कार्य बहिष्कार करेंगे, जिससे आयोग के कार्यों पर असर पड़ सकता है।