मनीषा शर्मा। राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन (आरएमएससी) ने 5 दवाओं के नमूने अमानक पाए और 33 दवाओं की आपूर्ति नहीं करने पर विभिन्न कंपनियों को आगामी वर्षों तक प्रतिबंधित किया है। आरएमएससी की प्रबंध निदेशक नेहा गिरि ने बताया कि मै. साई पैरेंट्रलस को हेपरिन सोडियम इंजेक्शन, मै. मेडीपोल फार्मास्यूटिकल को एनालाप्रिल मेलियट टेबलेट, मै. मेक्का इंडस्ट्रीज को यूरिन बैग के नमूने अमानक पाए जाने पर निश्चित अवधि के लिए प्रतिबंधित किया गया है।
इसी प्रकार, मै. डी.डी. फार्मास्युटिकल्स को एल्प्राजोलम टेबलेट और मै. सन लाइफ साइंसेज को सैफूरोक्सिम एक्सेटिल टेबलेट के नमूने अमानक पाए जाने पर प्रतिबंधित किया गया है। निगम की गुणवत्ता नीति के अनुसार, प्रत्येक दवा के बैच की गुणवत्ता जांच अनुमोदित लैब में कराई जाती है।
इसके अलावा, 22 दवा फर्मों को दवाओं की निरंतर और निर्बाध आपूर्ति नहीं करने पर 33 दवाओं की आपूर्ति के लिए प्रतिबंधित किया गया है। इन कंपनियों में यूनिसुर लाइफकेयर, सेंचुरियन रेमेडीज, फ्लेक्सीकेयर मेडिकल इंडिया, सनलाइफ साइंस, ओलकेयर लेबोरेटरीज, इंटास फार्मास्यूटिकल्स और अन्य शामिल हैं।
प्रबंध निदेशक ने यह भी बताया कि 5 कंपनियों द्वारा अनुबंध पत्र और प्रतिभूति राशि प्रस्तुत नहीं करने पर उन्हें तीन वर्षों के लिए प्रतिबंधित किया गया है। इनमें मैसर्स प्रीसाइज़ केमीफार्मा प्राइवेट लिमिटेड, ओलकेयर लैबोरेटरीज, हेल्दी लाइफ फार्मा प्राइवेट लिमिटेड, एस्टोनिया लैब्स प्राइवेट लिमिटेड और मोरपेन लैबोरेट्रीज लिमिटेड शामिल हैं।