मनीषा शर्मा। राजस्थान सरकार द्वारा राज्य में निवेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 का पहला रोड शो आज मुंबई में आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य निवेशकों को राज्य में निवेश करने के लिए आकर्षित करना और प्रदेश की संभावनाओं को उजागर करना है। इस रोड शो में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और राज्य के वरिष्ठ अधिकारी हिस्सा लेंगे।
मुंबई में रोड शो की मुख्य बातें:
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा उद्योग जगत के दिग्गजों और प्रमुख निवेशकों से सीधा संवाद करेंगे। इस दौरान निवेश संबंधी कई महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों (MOUs) पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। इसके अलावा, ‘राइजिंग राजस्थान’ वेबसाइट का भी शुभारंभ किया जाएगा, जो निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म बनेगा।
राजस्थान सरकार ने इस समिट के लिए कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) को अपना पार्टनर बनाया है, जो इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। सीएम की उद्योग जगत की बड़ी हस्तियों के साथ होने वाली चर्चाओं से राज्य में बड़े पैमाने पर निवेश की संभावना है, जिससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
विदेशों में भी होंगे रोड शो:
मुंबई के बाद राज्य सरकार देश और विदेश के अन्य बड़े शहरों में भी रोड शो करेगी। भारत में दिल्ली, हैदराबाद, चेन्नई जैसे बड़े शहरों को कवर किया जाएगा, जबकि विदेशों में कोरिया, सिंगापुर, यूएई, सऊदी अरब, जर्मनी, सिंगापुर और जापान जैसे देशों में रोड शो आयोजित होंगे। इन रोड शो के माध्यम से राज्य सरकार अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों को भी आकर्षित करना चाहती है।
राजस्थान सरकार का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल इन विदेशी देशों की यात्रा करेगा और कुछ स्थानों पर सीएम भजनलाल शर्मा भी खुद शामिल होंगे। इन रोड शो का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर राजस्थान की ब्रांडिंग करना और राज्य को निवेशकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य के रूप में प्रस्तुत करना है।
प्री-समिट और रीजनल समिट का आयोजन:
राजस्थान सरकार द्वारा केवल रोड शो तक ही सीमित न रहते हुए, राज्य के विभिन्न शहरों में कई रीजनल समिट और सेक्टोरल प्री-समिट भी आयोजित की जाएंगी। इसका मुख्य उद्देश्य राज्य के मौजूदा उद्योगों, उद्यमियों और नए निवेशकों के साथ बातचीत करना और उन्हें राज्य में निवेश करने के लिए प्रेरित करना है। इन समिट का आयोजन अक्टूबर और नवंबर के महीनों में किया जाएगा। इन समिट में पर्यटन, शहरी विकास, आईटी और आईटीईएस, उद्योग, कृषि, खान और पेट्रोलियम, ऊर्जा, चिकित्सा और स्वास्थ्य, और शिक्षा जैसे प्रमुख क्षेत्रों को शामिल किया जाएगा।
इन समिट से यह उम्मीद की जा रही है कि राज्य में नए निवेशकों की संख्या में वृद्धि होगी और मौजूदा उद्योगों का विस्तार होगा। सरकार द्वारा उठाए जा रहे इन कदमों से राजस्थान के औद्योगिक और आर्थिक विकास में तेजी आने की संभावना है।