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डिप्टी सीएम दिया कुमारी की समीक्षा बैठक: सड़क सुरक्षा अभियान का ऐलान

डिप्टी सीएम दिया कुमारी की समीक्षा बैठक: सड़क सुरक्षा अभियान का ऐलान

मनीषा शर्मा। राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने गुरुवार को पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) की समीक्षा बैठक की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य सड़क हादसों में कमी लाने के लिए विशेष रणनीति तैयार करना और सड़कों की गुणवत्ता में सुधार करना था। बैठक में अधिकारियों को दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की पहचान कर उन पर प्राथमिकता से कार्य करने के निर्देश दिए गए।

सड़क हादसे कम करने के लिए उठाए गए कदम

विशेष अभियान की शुरुआत:

दिया कुमारी ने सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए राज्यव्यापी विशेष अभियान चलाने की घोषणा की।

  • सड़क मरम्मत और अतिक्रमण हटाना:
    उन्होंने सड़क किनारे अतिक्रमण हटाने, गड्ढों को भरने, और स्पीड ब्रेकर को दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
  • रोड साइनेज और जेब्रा क्रॉसिंग:
    दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में साइन बोर्ड और जेब्रा क्रॉसिंग को अनिवार्य रूप से स्थापित करने का निर्णय लिया गया।

सड़कों की नियमित जांच:

अधिकारियों को सड़कों की गुणवत्ता की नियमित फील्ड विजिट करने और हर सात दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया।

  • यदि निरीक्षण की गई सड़कों में गुणवत्ता खराब पाई गई, तो जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।

पर्यावरण हितैषी सामग्री का उपयोग

कार्बन फुटप्रिंट कम करने की पहल:

डिप्टी सीएम ने सड़क निर्माण में पर्यावरण हितैषी सामग्री के उपयोग पर जोर दिया।

  • बायो बिटुमिन का उपयोग:
    एक सड़क को पायलट प्रोजेक्ट के तहत बायो बिटुमिन का उपयोग करके विकसित करने के निर्देश दिए गए।
  • यह पहल राज्य में सड़कों के निर्माण के दौरान पर्यावरणीय क्षति को कम करने में मदद करेगी।

सेंट्रलाइज्ड डीपीआर निर्माण

प्रोजेक्ट्स को समय पर पूरा करने की योजना:

दिया कुमारी ने कहा कि बजट घोषणाओं के तहत बनने वाले पुल और सड़कों की डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) का निर्माण सेंट्रलाइज्ड होना चाहिए।

  • लाभ:
    • प्रोजेक्ट्स समय पर शुरू होंगे।
    • जनता को तय समय में इनका लाभ मिलेगा।

स्थानीय स्तर की समस्याओं का समाधान:

स्थानीय स्तर पर डीपीआर बनाने में देरी को रोकने के लिए सेंट्रलाइज्ड सिस्टम की आवश्यकता पर जोर दिया गया।

दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए प्रमुख कार्य

  1. सड़क शोल्डर्स की सफाई:
    दृश्यता बढ़ाने के लिए सड़क किनारे के जंगलों की सफाई की जाएगी।
  2. अतिक्रमण हटाना:
    सड़क भूमि पर से अतिक्रमण हटाने के लिए जिला प्रशासन के साथ समन्वय किया जाएगा।
  3. अनधिकृत मीडियन कट बंद करना:
    दुर्घटनाओं को रोकने के लिए मीडियन कट को बंद किया जाएगा।
  4. रोड साइनेज और लेन मार्किंग:
    सभी प्रमुख सड़कों पर साइनेज और लेन मार्किंग को प्राथमिकता से पूरा किया जाएगा।
  5. रंबल स्ट्रिप्स और कैट्स आई:
    दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जंक्शनों पर रंबल स्ट्रिप्स और कैट्स आई लगाए जाएंगे।
  6. घुमंतू जानवरों की रोकथाम:
    सड़क पर घूमने वाले जानवरों के लिए कॉलर रिफ्लेक्टर लगाने का काम किया जाएगा।
  7. पेड़ों की छंटाई:
    सड़क मीडियन पर लगे पेड़ों की ऊंचाई को निश्चित स्तर पर बनाए रखने के लिए छंटाई की जाएगी।

बारिश से क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत के लिए 965 करोड़ स्वीकृत

डिप्टी सीएम ने बताया कि बारिश के कारण खराब हुई सड़कों की मरम्मत के लिए 964.43 करोड़ रुपये की वित्तीय स्वीकृति जारी की गई है।

  • कार्य की योजना:
    • 2328 कार्यों की मरम्मत की जाएगी।
    • यह स्थायी मरम्मत होगी, जिससे सड़कों की गुणवत्ता में सुधार होगा।

समीक्षा बैठक में मौजूद अधिकारी

समीक्षा बैठक में कई वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया, जिनमें राज्य मंत्री डॉ. मजू बाघमार, प्रमुख शासन सचिव प्रवीण गुप्ता, और मुख्य अभियंता टी.सी. गुप्ता शामिल थे।

  • वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अन्य अधिकारियों ने भी बैठक में भाग लिया।

डिप्टी सीएम दिया कुमारी का विजन

डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने सड़क सुरक्षा और संरचना में सुधार के लिए अपनी प्रतिबद्धता दिखाई।

  • उन्होंने सड़क हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने पर जोर दिया।
  • पर्यावरण हितैषी सामग्री का उपयोग और सेंट्रलाइज्ड डीपीआर निर्माण उनकी दूरदृष्टि को दर्शाता है।
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