शोभना शर्मा। राजस्थान के बेरोजगार युवाओं के लिए एक बेहतरीन खबर सामने आई है। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSMSSB) ने आगामी वर्ष 2025 से 2026 के बीच 60,000 नौकरियों की भर्ती करने का निर्णय लिया है। यह भर्तियां जनवरी 2025 से मार्च 2026 तक आयोजित की जाएंगी। कुल मिलाकर, 15 से अधिक विभिन्न विभागों में 50 से ज्यादा पदों पर उम्मीदवारों की नियुक्ति होगी। इस पूरी प्रक्रिया को सुचारू रूप से और समयबद्ध तरीके से संपन्न करने के लिए बोर्ड ने एक वार्षिक भर्ती कैलेंडर तैयार किया है, जिसे 15 अक्टूबर 2024 तक जारी किया जाएगा। इस कैलेंडर में न केवल भर्ती परीक्षा की तारीखें होंगी, बल्कि पहली बार रिजल्ट जारी होने की तिथि भी दी जाएगी।
भर्ती कैलेंडर की विशेषताएँ:
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज ने बताया कि इस बार भर्ती प्रक्रिया को तेज और सुगम बनाने के लिए एक प्रारूप तैयार किया गया है, जिसमें परीक्षा की तारीखों के साथ-साथ रिजल्ट जारी होने की तिथि भी शामिल होगी। इससे पहले, उम्मीदवारों को भर्ती परीक्षा के बाद रिजल्ट के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता था, लेकिन इस बार रिजल्ट अधिकतम 3 से 5 महीने के भीतर जारी करने की योजना बनाई गई है। इस कैलेंडर में परीक्षा की तारीख, प्रैक्टिकल और टाइपिंग टेस्ट की तारीख भी शामिल की जाएगी।
भर्ती परीक्षाओं में समय की बचत:
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के आदेश के बाद इस वार्षिक भर्ती कैलेंडर को तैयार किया गया है। उन्होंने यह निर्देश दिया था कि सभी भर्ती प्रक्रियाओं को समय सीमा के भीतर पूरा किया जाए और युवाओं को रोजगार प्राप्ति के लिए अनावश्यक देरी का सामना न करना पड़े। इसके तहत, यह सुनिश्चित किया गया है कि भर्ती परीक्षाओं के आयोजन के बाद रिजल्ट की घोषणा जल्द से जल्द हो।
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के इस नए कदम से न केवल युवाओं को नौकरी पाने के अवसर तेजी से मिलेंगे, बल्कि उन्हें यह भी पता चल सकेगा कि उनकी परीक्षा कब होगी और रिजल्ट कब आएगा। इस योजना के तहत उम्मीदवारों को भविष्य में किसी भी परीक्षा के लिए महीनों तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
उम्मीदवारों को फायदा:
राजस्थान में पिछले कुछ समय से सरकारी भर्तियों में देरी और रिजल्ट जारी होने में देरी के कारण उम्मीदवारों को समस्याओं का सामना करना पड़ता था। अब इस नई पहल से उम्मीद है कि इन परेशानियों का समाधान होगा और युवा जल्दी से जल्दी अपने सपनों की नौकरी पा सकेंगे। यह कदम राज्य सरकार की रोजगार योजना के तहत एक महत्वपूर्ण पहल है जो राजस्थान के युवाओं को सही समय पर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में बढ़ाई गई है।