मनीषा शर्मा। डूंगरपुर जिले में स्वच्छ परियोजना के तहत 14 पदों पर हुई भर्ती को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। भाजपा नेताओं के परिवार और रिश्तेदारों को कॉर्डिनेटर, असिस्टेंट कॉर्डिनेटर, और चीफ कॉर्डिनेटर के पदों पर नियुक्त किया गया है। इस भर्ती के लिए पहले से काम कर रहे 11 युवाओं को हटा दिया गया, जबकि तीन पद पहले से खाली थे। भर्ती प्रक्रिया प्लेसमेंट एजेंसी बिमलराज आउटसोर्सिंग प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से की गई है।
भाजपा जिलाध्यक्ष हरीश पाटीदार की पत्नी गायत्री पाटीदार को चीफ कॉर्डिनेटर, भाजपा प्रत्याशी बंशीलाल कटारा के करीबी सुखलाल पटेल को असिस्टेंट कॉर्डिनेटर, और पूर्व राज्यमंत्री सुशील कटारा के भाई हेमेंद्र कटारा को कॉर्डिनेटर नियुक्त किया गया है। इस मामले को लेकर लोगों ने सोशल मीडिया पर लिस्ट भी शेयर की है और आरोप लगाए हैं कि भाजपा नेता अपने परिवार के सदस्यों को फायदा पहुंचा रहे हैं।
चौंकाने वाली बात यह है कि भर्ती प्रक्रिया के बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं मिली—न आवेदन की तिथियां, न ही इंटरव्यू या एग्जाम का पता चला। उपसभापति सुदर्शन जैन ने अपनी पत्नी की नियुक्ति को सही ठहराते हुए कहा कि वह सभी आवश्यक योग्यता रखती हैं। इस विवाद को लेकर भाजपा नेताओं की चुप्पी और भर्ती प्रक्रिया की अस्पष्टता ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।