मनीषा शर्मा। राजस्थान में सब इंस्पेक्टर (SI) भर्ती परीक्षा-2021 में पेपर लीक कांड का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है, जिसमें कई उच्च-स्तरीय नामों का खुलासा हुआ है। इस मामले में अलवर के किशनगढ़बास के पूर्व विधायक रामहेत यादव के भतीजे नीरज यादव समेत तीन अन्य ट्रेनी SI को पेपर खरीदने और धोखाधड़ी से परीक्षा पास करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) की जांच के अनुसार, इन आरोपियों ने हरियाणा की एक गैंग से 20-40 लाख रुपये देकर पेपर खरीदा था।
हरियाणा गैंग की संलिप्तता और पेपर लीक का खुलासा:
एडीजी (SOG) वीके सिंह के अनुसार, पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि हरियाणा की गैंग के पास भी राजस्थान SI भर्ती परीक्षा का पेपर था, जिसे उन्होंने लाखों में बेच दिया। मोनिका जाट, रेणू चौहान, और नीरज यादव ने इस गैंग से 20-40 लाख रुपये देकर पेपर खरीदा था। आरोपी मोनिका ने स्वीकार किया कि उसने एक परिचित के माध्यम से हरियाणा गैंग से पेपर खरीदा। SOG इस बात की जांच में लगी है कि आखिर पेपर लीक का मुख्य स्रोत कौन है – यूनिक भांभू या फिर हरियाणा की गैंग ने इसे लीक किया था।
राजनीतिक संबंधों और अन्य संलिप्तता का पता चला:
गिरफ्तार आरोपियों में नीरज यादव के अलावा अन्य हाई-प्रोफाइल व्यक्तियों की भी संलिप्तता पाई गई है। इनमें से रेणू कुमारी चौहान, जो 2006 बैच की कॉन्स्टेबल है और जयपुर कमिश्नरेट में नियुक्त थी, का नाम भी शामिल है। SOG ने बताया कि रेणू ने पेपर नहीं खरीदा था लेकिन नकल करके परीक्षा पास की थी।
SOG की हरियाणा और अन्य जगहों पर छापेमारी:
पेपर लीक मामले में SOG की टीमें हरियाणा समेत अन्य जगहों पर छापेमारी कर रही हैं। इसके तहत उन सभी आरोपियों की पहचान की जा रही है, जिनसे हरियाणा की गैंग ने पेपर बेचा था। SOG ने चारों ट्रेनी SI को कोर्ट में पेश कर 17 अक्टूबर तक रिमांड पर लिया है। जांच में नए नाम और संबंधित संलिप्तताएं सामने आने की संभावना है।
50 से अधिक ट्रेनी SI गिरफ्तार, अभी भी जांच जारी:
SI भर्ती 2021 में पेपर लीक मामले में अब तक SOG ने 50 से अधिक ट्रेनी SI और पेपर लीक गैंग के 30 से ज्यादा सदस्यों को गिरफ्तार किया है। SOG की शुरुआती गिरफ्तारियां अप्रैल में हुई थीं, जिसके बाद से कई बार गिरफ्तारियां और पूछताछ जारी हैं।
डमी उम्मीदवार वर्षा बिश्नोई की गिरफ्तारी:
इस मामले में डमी उम्मीदवार बनकर बैठने वाली वर्षा बिश्नोई को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। जोधपुर रेंज की टीम ने उसे कोटा से पकड़ा। वर्षा जो जालोर के सांचौर के सरनाऊ गांव की रहने वाली है, लंबे समय से फरार चल रही थी और छात्रा बनकर छिपी हुई थी। SOG की पूछताछ में उससे नए तथ्यों के सामने आने की संभावना है।
आरपीएससी के पूर्व सदस्य रामूराम राईका और अन्य उच्च स्तर की गिरफ्तारी:
पेपर लीक मामले में राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के पूर्व सदस्य रामूराम राईका और उसके बेटे देवेश राईका, बेटी शोभा राईका की भी संलिप्तता पाई गई। जांच में खुलासा हुआ कि रामूराम ने अपने बेटे-बेटी के लिए पेपर लीक करवा कर पहले ही उपलब्ध करा दिया था ताकि वे परीक्षा में पास हो सकें। उन्होंने छह दिन तक अपने बच्चों को परीक्षा की तैयारी करवाई।
पूर्व RPSC मेंबर बाबूलाल कटारा की गिरफ्तारी:
रामूराम की पूछताछ में खुलासा हुआ कि उन्हें यह पेपर तत्कालीन RPSC मेंबर बाबूलाल कटारा ने दिया था। इसके बाद, निलंबित मेंबर कटारा को भी जयपुर सेंट्रल जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया गया। देवेश और शोभा से पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि ट्रेनिंग सेंटर में कई अन्य SI भी हैं, जो पेपर लीक से जुड़े हुए हैं। इसके बाद दिनेश और प्रियंका की गिरफ्तारी हुई।