मनीषा शर्मा। राजस्थान रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (RERA) की आधिकारिक वेबसाइट पिछले एक माह से ठप पड़ी हुई है। इस वेबसाइट पर न तो नए प्रोजेक्ट्स का रजिस्ट्रेशन हो पा रहा है और न ही पुराने प्रोजेक्ट्स की कंप्लायंस रिपोर्ट की अपडेट जानकारी मिल रही है। यह स्थिति आमजन, निजी बिल्डरों और सरकारी एजेंसियों सभी के लिए परेशानी का कारण बन चुकी है। गौरतलब है कि प्रदेश में बिल्डरों, खातेदारों और सरकारी संस्थाओं जैसे यूआईटी, विकास प्राधिकरण, हाउसिंग बोर्ड और नगरीय निकाय के सभी प्रोजेक्ट्स की सम्पूर्ण जानकारी इसी वेबसाइट पर उपलब्ध रहती है। यहां आमजन को प्रोजेक्ट्स की स्थिति, अनुमोदन एजेंसी, निर्माण की समयसीमा और प्रोजेक्ट में किए गए संशोधनों का ब्यौरा आसानी से मिल जाता है।
प्रोजेक्ट्स की अपडेट जानकारी नहीं मिल रही
28 अगस्त से वेबसाइट पर प्रोजेक्ट्स का अपडेट रुक गया है। लोग जब साइट पर जाकर प्रोजेक्ट की जानकारी खोजने की कोशिश करते हैं तो उन्हें आवश्यक विवरण नहीं मिल पा रहा है। इससे खासकर उन लोगों को दिक्कत हो रही है, जो घर या व्यावसायिक संपत्ति खरीदने की योजना बना रहे हैं। नए प्रोजेक्ट्स की भी कोई जानकारी वेबसाइट पर अपलोड नहीं की जा रही है। जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, कोटा, अजमेर और सीकर सहित कई जिलों में पिछले एक माह में अनेक आवासीय और व्यावसायिक प्रोजेक्ट्स लॉन्च हुए हैं। लेकिन जब लोग रेरा नंबर डालकर इन प्रोजेक्ट्स की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो वेबसाइट खाली नजर आती है।
विकासकर्ताओं के सामने बड़ी समस्या
वेबसाइट के ठप पड़ने से न सिर्फ खरीदार बल्कि विकासकर्ताओं को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नियमों के अनुसार, बिल्डरों को अपने प्रोजेक्ट्स की प्रगति रिपोर्ट हर तीन माह में वेबसाइट पर अपलोड करनी होती है। लेकिन वेबसाइट पर तकनीकी समस्या आने के कारण वे अपनी रिपोर्ट अपलोड नहीं कर पा रहे। यह स्थिति उन बिल्डरों के लिए अधिक चुनौतीपूर्ण है, जिनके प्रोजेक्ट्स वर्तमान में निर्माणाधीन हैं। खरीदारों को इन प्रोजेक्ट्स की प्रगति रिपोर्ट तक नहीं मिल रही, जिससे पारदर्शिता प्रभावित हो रही है।
तकनीकी समस्या के कारण रुकावट
RERA के रजिस्ट्रार राजीव जैन ने इस मामले पर जानकारी देते हुए कहा कि वेबसाइट को हाल ही में नए वर्जन में अपडेट किया गया है। इसी अपडेट के बाद से लगातार समस्या आ रही है। हालांकि, नए प्रोजेक्ट्स का रजिस्ट्रेशन रिकॉर्ड में हो रहा है, लेकिन वेबसाइट पर अपलोड करने में तकनीकी रुकावट आ रही है। उन्होंने बताया कि आमजन की सुविधा के लिए वेबसाइट पर पांच तकनीकी कर्मचारियों के संपर्क नंबर दिए गए हैं। कोई भी व्यक्ति इन नंबरों पर संपर्क कर प्रोजेक्ट्स की जानकारी ले सकता है। फिलहाल जानकारी फोन पर उपलब्ध करवाई जा रही है। राजीव जैन का कहना है कि जल्द ही इस समस्या को दूर कर वेबसाइट को सुचारू रूप से संचालित किया जाएगा।
आमजन और खरीदारों की परेशानी
रियल एस्टेट क्षेत्र में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए RERA वेबसाइट की महत्वपूर्ण भूमिका है। खरीदार इस पर भरोसा करके प्रोजेक्ट्स की सही स्थिति जान पाते हैं। लेकिन वेबसाइट ठप होने से खरीदारों का विश्वास प्रभावित हो रहा है। कई खरीदारों का कहना है कि वे जिस प्रोजेक्ट में निवेश करना चाहते हैं, उसकी वास्तविक स्थिति का अंदाजा वेबसाइट से ही होता है। इसमें देरी, संशोधन या अनुमोदन की जानकारी समय पर मिलना जरूरी है। लेकिन अब उन्हें अधूरी जानकारी के आधार पर ही निर्णय लेना पड़ रहा है।
रियल एस्टेट सेक्टर पर असर
राजस्थान का रियल एस्टेट सेक्टर बीते कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ा है। खासकर जयपुर, जोधपुर, उदयपुर और कोटा जैसे शहरों में अनेक बड़े प्रोजेक्ट्स लॉन्च हो रहे हैं। ऐसे में RERA वेबसाइट का सुचारू संचालन निवेशकों और खरीदारों के लिए बेहद जरूरी है। वेबसाइट बंद होने से निवेशकों का भरोसा डगमगा सकता है। वहीं, पारदर्शिता और जवाबदेही के अभाव में रियल एस्टेट बाजार की साख भी प्रभावित हो सकती है।


