शोभना शर्मा। राजस्थान में राज्यसभा सीट के लिए उपचुनाव की प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है। 3 सितंबर 2024 को होने वाले इस उपचुनाव के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है। इसके साथ ही नामांकन दाखिले की प्रक्रिया भी आरंभ हो गई है। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने मंगलवार को उपचुनावों की तैयारियों को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक की थी, जिसमें चुनाव की प्रक्रिया और सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा की गई थी।
राज्यसभा की खाली हुई सीटों को भरने के लिए 7 अगस्त को नोटिफिकेशन जारी किया गया था। यह सीट कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल के लोकसभा चुनाव लड़ने के बाद खाली हुई थी। वेणुगोपाल का कार्यकाल 21 जून 2026 तक था, लेकिन केरल के अलाप्पुझा से लोकसभा सांसद बनने के बाद उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे के बाद राजस्थान की 10 राज्यसभा सीटों में से एक सीट खाली हो गई, जिसे भरने के लिए अब उपचुनाव कराया जा रहा है।
राजस्थान में वर्तमान में 9 राज्यसभा सांसद हैं, जिनमें 5 कांग्रेस और 4 बीजेपी के हैं। कांग्रेस की ओर से सोनिया गांधी, मुकुल वासनिक, प्रमोद कुमार, रणदीप सुरजेवाला और नीरज डांगी राज्यसभा सांसद हैं। वहीं, बीजेपी के राज्यसभा सांसदों में घनश्याम तिवाड़ी, राजेंद्र गहलोत, चुन्नीलाल गरासिया और मदन राठौड़ शामिल हैं। मदन राठौड़ को हाल ही में राजस्थान बीजेपी का अध्यक्ष भी नियुक्त किया गया है।
इस उपचुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कड़ी टक्कर की संभावना है। यदि बीजेपी इस उपचुनाव में जीत हासिल करती है, तो राज्यसभा में दोनों पार्टियों के सांसदों की संख्या बराबर हो जाएगी, जिससे राजस्थान की राजनीति में नए समीकरण बनने की संभावनाएं बढ़ जाएंगी। उपचुनाव के परिणाम का राज्य की राजनीतिक स्थिति पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है।